नई दिल्ली (एएनआई)। देश की राजनीति में इस समय अभी तक देश के तीन राज्यों में हुए विधानसभा की चर्चा ही चल रही है। चुनाव में भाजपा को प्रचंड जीत तो मिल गई है मगर सबसे बड़ा सवाल यहां फंसा है कि किस राज्य में सीएम कौन बनेगा। हालांकि सभी राज्यों से सीएम बनने की रेस में कई-कई चेहरा हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर बैठकों का दौर जारी है। इन तीनों ही राज्यों में भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा जारी नहीं किया था और पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ी थी। समाचार सूत्रों के हवाले से बताया है कि भाजपा राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देगी। हालांकि, इन राज्यों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सीएम की कुर्सी को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर दी है, भले ही वो इशारों में केंद्रीय नेतृत्व को अपने मन की बात बता रहे हों।
दो बार सीएम रहे हैं ये नेता
राजस्थान में वसुंधरा राजे, मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ में रमन सिंह यह तीनों ही नेता अपने राज्य में कम से कस दो बार मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल चुके हैं। इस बार भी इनकी नजर सीएम पद पर टिकी हुई हैं, लेकिन भाजपा आलाकमान के मन में क्या है यह कोई नहीं जानता।
इन नेताओं का सीएम पद के लिए नाम सामने आया
इस बीच राजस्थान में अलवर से सांसद बालकनाथ योगी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सांसद दिया कुमारी का नाम मुख्यमंत्री की रेस में तेजी से सामने आया है। वहीं, मध्य प्रदेश में सबकी निगाहें अभी शिवराज सिंह चौहान पर टिकी हैं। पिछले कई दिनों से रमन सिंह कई दफा बोल चुके हैं कि सीएम बनाने का फैसला भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व करेगा।
चुनाव जीते 10 भाजपा सांसदों ने इस्तीफा दिया
इस बीच एक बड़ी खबर भी आई है। राज्य विधानसभा चुनाव में विधायक बने दस भाजपा सांसदों ने संसद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं, भाजपा के 12 सांसद विधानसभा चुनाव जीते हैं। इस्तीफा देने वाले 10 सांसदों में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल सहित नौ लोकसभा सांसद और एक राज्यसभा सांसद शामिल हैं। पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह और महंत बालकनाथ भी लोकसभा से इस्तीफा देंगे। यह कदम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नए मुख्यमंत्रियों को चुनने की पार्टी नेतृत्व की प्रक्रिया का हिस्सा है। भाजपा इस तीनों राज्यों सरताज किसे बनाएगी, इसकी खुलासा भापजा आलाकमान के अलावा और दूसरा कोई नहीं जानता।