लखनऊ, ब्योरो रिपोर्ट। प्रयागराज में शनिवार को नेहरू काम्प्लेक्स में भीषण आग लग गई। जानकारी के मुताबिक आग की चपेट में 210 दुकानें आई हैं। इनमें 30 दुकानें पूरी तरह से जल गई हैं। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल की 20 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। कर्मचारियों ने 4.30 घंटे बाद आग पर काबू पाया है। पूरे इलाके में धुआं फैल रहा है। कांम्प्लेक्स में कपड़े और प्लास्टिक के सामान की दुकानें है। शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने की बात सामने आ रही है। आस-पास की दुकानें भी बंद कराई गई। दरअसल, जहां पर आग लगी है वह शहर का सबसे घना इलाका है। पुराने शहर में घंटाघर के ठीक पीछे आग लगी है। इस इलाके में 10 हजार से ज्यादा दुकानें हैं।
20 दमकल की गाड़ियों ने आग पर पाया काबू
घंटाघर व चौक इलाका शहर का सबसे घना और भीड़भाड़ वाला इलाका है। यहां पूरे जिले से लोग कपड़े से लेकर हर एक सामान खरीदने आते हैं। यहां प्रतिदिन लाखों लोगों की भीड़ जुटती है। दुकानदार मो. रऊफ ने बताया कि नेहरू कॉम्प्लेक्स के ठीक बगल में ही ट्रांसफॉर्मर है। सुबह करीब 8.30 बजे ट्रांसफॉर्मर में शार्ट सर्किट हुई। जिसके बाद से अचानक हवाओं के कारण आग ने पल भर में ही कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। इन दुकानों से आग की लपटें और धुआं उठ रहा है।
नेहरू कांप्लेक्स में तीन वर्ष पहले भी लगी थी आग
दुकानदार राजा ने बताया कि तीन साल पहले नेहरू कॉम्प्लेक्स में भीषण आग लगी थी। जिसमें 200 दुकानें जली थी। अभी तक दुकानदार उसकी भरपाई कर ही रहे थे। आज दोबारा आग ने फिर तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी तक 30 दुकानें जलकर राख हुई है। व्यापारी नेता लालू मित्तल ने घटनास्थल पर डीएम, एसपी के न पहुंचने पर नाराजगी जताई है।
एक किलो मीटर दूर तक खाली कराई दुकानें
बढ़ती आग की लपटों को देखते हुए दुकानदारों ने अपने दुकानों से सामान निकाल रहे हैं। वह अपने दुकान में रखे कपड़े और लेकर सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे है। गनीमत यही रही है कि आग सुबह के बाद लगी। कहीं दोपहर में लगती तो काफी परेशानी होती है। अग्निकांड को लेकर आसपास के एक किलो मीटर दूर की दुकानों को भी खाली कराया गया है।
क्या कहते हैं सीएफओ
प्रयागराज के सीएफओ आरके पांडेय ने बताया कि सुबह 8 .30 बजे नेहरू कामलेक्स में आग लगने की सूचना मिली। फायर बिग्रेड की 20 गाड़ी और 100 से अधिक कर्मचारियों ने जेसीबी और हाइड्रोलिक मशीनों की मदद से आग पर काबू पाया गया। उन्होंने कहा कि नेहरू कामलेक्स में 210 दुकानें है। जो भूतल और तीन तलो में बना हुआ है। फायर सर्विस की तत्परता से लगभग 30 दुकान ही प्रभावित हुई।
दुकानों में भरा था ज्वलनशील पदार्थ
अधिकारियों के मुताबिक दुकानों में ज्वलनशील पदार्थ प्लास्टिक जूता चप्पल, सौंदर्य प्रसाधन, कपड़े का भंडारण भरा हुआ है। बाकी दुकानों से सामान खाली कराए जा रहे है। आग लगने का कारण प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग से कोई जनहानि नहीं हुई है।