न्यूज एजेंसी, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद सभी पुलिस मुठभेड़ की जांच की जा रही है। जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित किया गया है। दो सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम आज प्रयागराज की कौंधियारा और धूमनगंज में हुए दो मुठभेड़ की जांच के लिए आ गई है।
प्रयागराज में हुए दो एनकाउंटर में असद के ड्राइवर अरबाज और शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान के मारे जाने की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित किया गया है। दो सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग टीम में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज राजीव लोचन महरोत्रा और रिटायर डीजी विजय कुमार गुप्ता शामिल हैं। दिन में न्यायिक आयोग की टीम कौंधियारा में मुठभेड़ स्थल पर पहुंची है। छह मार्च को कौंधियारा क्षेत्र में शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान एनकाउंटर में मारा गया था। बता दें विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने ही उमेश पाल पर पहली गोली चलाई थी। न्यायिक आयोग की टीम मुठभेड़ स्थल पर घटनाक्रम के सीन की जानकारी ले रही है। मीडिया को क्राइम सीन से 100 मीटर दूरी पर रोक दिया गया है। कौंधियारा के बाद न्यायिक आयोग की टीम धूमनगंज के नेहरू पार्क जंगल में भी जा सकती है। उमेश पाल और 2 सरकारी गनर की हत्या के बाद 27 फरवरी को क्राइम ब्रांच और धूमनगंज पुलिस ने नेहरू पार्क में हुई मुठभेड़ में अरबाज को ढेर कर दिया था। अरबाज ही उमेश पाल शूटआउट में क्रेटा कार का ड्राइवर था। सरकार ने झांसी में 13 अप्रैल को हुए असद और मोहम्मद गुलाम एनकाउंटर की भी जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है। इसके अलावा 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड की भी 5 सदस्यीय न्यायिक आयोग टीम जांच कर रही है।
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