न्यूज एजेंसी, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जनपद अमरोहा के गजरौला में शुक्रवार सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। ईंट-भट्ठे के गहरे गड्ढे में भरे पानी में 4 बच्चे डूब गए, जिससे उनकी मौत हो गई। चारों की उम्र 2 से 3 साल के बीच है। बच्चे घर से खेलने के लिए निकले थे। काफी देर तक बच्चे जब घर नहीं पहुंचे, तो एक बच्ची का पिता तलाश करते हुए वहां पहुंचा। वहां गड्ढे में एक बच्चे का पैर दिखाई दिया। उन्होंने बाहर निकाला, तो वह उन्हीं की बच्ची थी।हादसे के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
अमरोहा के गजरौला क्षेत्र के गांव नौनेर में हादसा हुआ। घटना की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। बच्चों को गड्ढे से बाहर निकाल कर नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने चारों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर DM बालकृष्ण त्रिपाठी और SP आदित्य लांग्हे मौके पर पहुंचे। पुलिस ने भट्ठा संचालक को हिरासत में ले लिया है। बतादें कि नौनेर में रजब अली का ईंट-भट्ठा है। उनकी पत्नी प्रधान रह चुकी हैं। भट्ठे में ज्यादातर बिहार के मजदूर काम करते हैं। सभी भट्ठे के आसपास ही परिवार के साथ रहते हैं। सोभाराम का बेटा सौरभ (2), नारायण की बेटी सोनाली (3), अजय का बेटा अजीत (2), झगड़ू की बेटी नेहा (3) खेलने के दौरान पानी से भरे ईंट-भट्ठे के गड्ढे की तरफ चले गए। बच्चे गड्ढे की गहराई का अंदाजा नहीं लगा पाए। इसके बाद एक के बाद एक पानी में डूबते चले गए। हादसे के बाद लोगों की मौके पर भीड़ जुट गई। भट्ठा मालिक भी मौके पर पहुंचे।
खंदी में बारिश का भर गया था पानी
ईंट-भट्ठा संचालक ने JCB से मिट्टी खोदकर मानक से अधिक गड्ढे करा दिए। बारिश हुई तो इनमें पानी भर गया। सुबह के समय बच्चे खेलने पहुंचे और खेलते-खेलते गहरे गड्ढे तक पहुंच गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने भट्ठे पर बने गड्ढे की लंबाई नापी। DM बालकृष्ण त्रिपाठी ने बताया कि मरने वाले बच्चों में दो लड़के और दो लड़कियां हैं।
चार बच्चों के शव दफनाने की सूचना पर दौड़ी पुलिस
घटना की सूचना पर पहुंचे DM बालकृष्ण त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों के शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं, भट्ठा संचालक के परिजनों ने बच्चों को प्राइवेट अस्पताल ले जाने की बात की और पास के ही दारानगर गांव में बच्चों के शव दफना दिए।
शव दफनाने की सूचना जैसे ही पुलिस और ग्रामीणों को मिली, तो हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने चारों बच्चों के शवों को कब्र से बाहर निकाला। इसके बाद चारों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
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