बदायूं। निकाय चुनाव को अंतिम नामांकन कराने के लिए पूर्वमंत्री आबिद रजा ने अपनी फात्मा रजा को मंडी समिति भेजा। नामांकन छूट न जाये इसलिए जल्दबाजी में फात्मा रजा को ऐसा भेजी कि कार्रवाई का शिकंजा कस गया। जल्दबाजी में गाड़ी लेकर वैरियर के अंदर फात्मां रजा पहुंच गईं और फिर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने गाड़ी सीज कर दी है।
सोमवार को निकाय चुनाव के मैदान में पूर्वमंत्री आबिद रजा ने पहले ही दिन कदम रखा और प्रशासन के शिकंजा में फंस गये। अबिद रजा की पत्नी फात्मा रजा दोपहर दो बजे के बाद नामांकन कराने को निकलींए जल्दबाजी में तेज रफ्तार गाड़ी से नामांकन कराने मंडी स्थल पहुंच गईं। उनका ड्राइवर और वह यह भूल गईं कि मंडी समिति गेट से गाड़ी अंदर जाना मना है और वैरियर के पार अधिकारियों के बिना पूछे नहीं जाना चाहिए। ड्राइवर वैयरियर के अंदर गाड़ी ले गया और दूसरे वैरियर पर जाकर फात्मां रजा गाड़ी से उतरकर चलीं गईं और नामांकन कराने लगीं। इतने में ही सिटी मजिस्ट्रेट बृजेश कुमार और एसडीएम सदर सुखलाल प्रसाद वर्मा, सीओ सिटी आलोक मिश्रा पहुंच गये। उन्होंने सिविल लाइंस इस्पेक्टर गौरव विश्रनोई से गाड़ी को सीज करा दिया और गाड़ी थाने भेज दी। पूर्वमंत्री आबिद रजा की गाड़ी नामांकन वाले दिन ही सीज होने से राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया। वहीं नामांकन कराने के बाद फात्मा रजा ने घर से दूसरी गाड़ी बुलाई और इसके बाद घर को जा सकीं हैं। इसको लेकर फात्मा रजा ने कहा कि यह तो भाजपा की चाल हैए मेरी गाड़ी भाजपाइयों ने गाड़ी सीज कराई है। बतादें कि प्रशासन सख्त हैए और बीते दिन ककराला नगर पालिका बसपा प्रत्याशी मुस्लिम खां की गाड़ी को भी सीज कर दिया था। प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद जनप्रतिनिधियों ने सवाल खड़े कियेए कहा कि प्रशासन को गाड़ी गेट पर रोकना चाहिए थाए हमें जानकारी नहीं थी गाड़ी कहां खड़ी करनी है। कहा कि प्रशासन के पुलिस कर्मी कुर्सियों पर बैठकर ड्यूटी करते रहे उन्होंने दिशा निर्देश नहीं दिये।
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