बदायूं। ब्लाक इस्लामनगर के ग्राम पंचायत जगत पीपरी में विकास कार्यों के नाम पर घपलेबाजी की गई। एक नहीं कई.कई कार्यों में घपलेबाजी की गई तो फिर ग्रामीणों को मुद्दा उठाना पड़ा। इसके बाद डीएम ने शिकायत के बाद जांच कराई तो सचिव और ग्राम प्रधान दोनों ही दोषी निकले हैं। अब डीएम ने प्रधान की पावर सीज कर दी है साथ.साथ ग्राम पंचायत के सचिव को निलंबित कर दिया है। प्रशासन की इस कार्रवाई से हलचल मची हुई है।
एक साल बाद प्रधान व सचिव पर गिरी गाज
इस्लामनगर ब्लाक के गांव जगत पीपरी के ग्राम प्रधान वीरेंद्र पाल एवं सचिव रत्नाकर यादव द्वारा गांव में कराए गए विकास कार्यों में अनियमितताओं बरती गई। जिसकी गांव के बदन सिंह ने चार सितंबर 2021 को शिकायत डीएम से की। जिसके बाद डीएम ने मामले में जांच के आदेश दे दिए। एक साल बाद जांच रिपोर्ट अधिकारियों ने सौंपी तो तकनीकि जांच परीक्षण में प्रधान व सचिव द्वारा कराए गए विकास कार्यों में घपलेबाजी सामने आई है। जांच चे अनुसार दोनों ने 52640 रुपये गबन करने में प्रथम दृष्या दोषी पाए गए। इसके बाद ग्राम प्रधान और सचिव को गबन के मामले में जबाव देने के लिए नोटिस जारी किया गया। लंबे समय के बाद सचिव व ग्राम प्रधान द्वारा दो मई 2022 को अपना जबाव दाखिल किया गया। जिसमें सचिव और ग्राम प्रधान के जबाव की जांच की गई तो दोनों का जबाव संतोषजनक नहीं मिला। जिसके बाद कार्रवाई की गई।
इस कमेटी ने जांच में ठहराया दोषी
डीएम के आदेश पर प्रथम जांच जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा एवं सहायक अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को जांच अधिकारी नामित किया गया। जांच में तकनीकि सहयोग के लिए अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को नामित किया। जिसकी जांच में ग्राम प्रधान व सचिव दोषी ठहराया गया।
प्रधान कार्यों का संचालन यह करेगी कमेटी
डीएम के आदेश पर नौ जनवरी को ग्राम पंचायत के संचालन को तीन सदस्यी कमेटी बनाई गई है। जिसमें रूषादेवी पत्नी भूरे सिंह को कमेटी अध्यक्ष तथा सतीश कुमार पुत्र चंद्रपाल सद्स्य व सीताराम पुत्र हरपाल सदस्य बनाया गया है। रूषादेवी को प्रधान के पदीय दायित्वों का सचिव के साथ खातों के संचालन को नामित किया है।
अब यह नई कमेटी करेगी जांच
डीएम ने प्रधान की पावर सीज करते हुए अग्रिम जांच के लिए तकनीकि सहयोग को विकास दीप सहायक अभियंता सिंचाई परियोजना, जिला स्तरीय अधिकारी में पीडी डीआरडीए को नामित किया है। यह टीम जांच करके एक माह में रिपोर्ट देगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा का कहना है कि प्रथम जांच में गबन का मामला सामने आया है इसलिए प्रधान की पावर सीज की गई है और सचिव को निलंबित करने के लिए डीडीओ को लिख दिया है। बाकी ग्राम पंचायत संचालन के लिए कमेटी बना दी है। अंतिम जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
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