बदायूं। जिले में बिजली विभाग आउटसोर्स संविदा कर्मचारियों के भरोसे ही चल रहा है अगर लाइन जुड़वाने का कार्य हो तो संविदा कर्मचारी व बिजली घर पर परिचालन का कार्य हो तो संविदा कर्मचारी एवं बिजली बिल बकाया बसूली कार्य हो तो संविदा कर्मचारी बिजली का मीटर लगाना हो तो संविदा कर्मचारी से ही कार्य लिया जाता है। सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे दिन हो या रात हर समय संविदा कर्मचारी को ही बिजली व्यवस्था बना कर रखने की जिम्मेदारी है अगर किसी उपभोक्ता की समस्या का समाधान समय पर नहीं हुआ तो संविदा कर्मचारियों पर ही गाज गिराई जाती है। इसके बाद भी कर्मचारियों पर गाज गिराई जा रही है।
जिले में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी से लगातार धरना प्रदर्शन चल रही है। सोमवार को पांचवें दिन भी धरना प्रदर्शनध्कार्य वहिष्कार जारी। इसके बाद भी बिजली विभाग के अधिकारियों और कार्यदाई संस्था पर कोई असर नहीं है। जबकि विद्युत व्यवस्थाएं चौपट हैं और लोगों को दिक्कत हो रही है। विद्युत वितरण मण्डल बदायूं के विद्युत वितरण खंड द्वितीय के विद्युत उपकेंद्र उसैहत, ककराला, उसावां, म्याऊं, अलापुर, सखानू, दातागंज ग्रामीण, दातागंज तहसील स्तर, समरेर, गुलड़िया, विनावर, कुंवरगांव, बजीरगंज, सैदपुर, नागरझूना, बिल्सी तहसील स्तर और बिल्सी ग्रामीण पर बिजली विभाग में कार्यरत आउटसोर्स संविदा कर्मचारियों का कार्यबहिष्कार व प्रदर्शन चल रहा है। दिसंबर 2022 का वेतन कार्यदाई संस्था मैसर्स ओरियन सिक्योरिटी सलूशन प्राइवेट लिमिटेड विनीत खंड गोमती नगर लखनऊ के द्वारा 30 जनवरी तक भी नहीं दिया है। जिसकी वजह से 253 संविदा कर्मचारी धरना प्रदर्शन कार्य बहिष्कार कर अपने विद्युत उपकेंद्रों पर डटे रहे। जिससे जनपद की दो तहसील के सैकड़ों गांव की विद्युत आपूर्ति समस्या बनी हुई है।
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