बदायूं। जनपद को बीमारियों से मुक्त करने के लिए शासन प्रशासन की ओर से जिला संचारी रोग अभियान शुरू किया गया है। संचारी रोग अभियान एक तरह से बीमारियों से बचाव एवं लड़ने के लिए तैयारी है। कई विभाग मिलकर साफ-सफाई से लेकर जागरूकता एवं उपचार तक मिलकर कामकाज शुरू किया गया है।
जिले में अब महीने भर संचारी रोग अभियान चलेगा। यह अभियान तो जनपद की 1037 ग्राम पंचायत एवं 21 नगरीय निकायों में चलेगा। जिसमें पंचायत विभाग गांव-गांव साफ-सफाई एवं नगरीय निकाय शहरों में साफ-सफाई कराएगा। वहीं मलेरिया विभाग छिड़काव, स्वास्थ्य विभाग जांच करेगा। पशुपालन विभाग सूकर सहित जानवरों को गांव के बाहरी इलाके में रखवाएगा तथा जागरूक करेगा। कृषि विभाग भी घरों में होने वाले छोटे-छोटे जानवरों को लेकर जागरूक करेगा। संचारी रोग की स्कूलों में क्लास लगेगी। इसके अलावा तमाम जागरूकता के कार्य किए जाएंगे। बतादें कि जिले में 285 गांव एवं 60 मोहल्ला ऐसे हैं जो संक्रामक रोगों से प्रभावित रहते हैं, इनको लेकर शासन प्रशासन का विशेष फोकस है और जनपद को बीमारियों से मुक्त करने का अभियान शुरू हो गया है।
यह विभाग करेंगे काम
जिला संचारी रोग अभियान में स्वास्थ्य विभाग और मलेरिया विभाग के अलावा भी विभाग काम कर रहे हैं। जिसमें पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, बाल विकास विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, जिला पंचायत राज विभाग, नगरीय निकाय सहित आठ विभाग मिलकर काम कर रहे हैं।
आशाएं घर-घर जाकर करेंगी जांच
जिला संचारी रोग अभियान में आशा कार्यकर्ताओं की बड़ी भूमिका रहेगी। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों का डाटा तैयार करेंगी। जिसमें बीमार लोगों का डाटा अलग बनाएंगी। वहीं पिछले वर्ष डेंगू, मलेरिया की चपेट में आए लोगों का अलग डाटा बनाएंगी। वहीं आरडीटी किट से लोगों की मलेरिया जांच भी करेंगी। इसके लिए आशाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला मलेरिया अधिकारी योगेश कुमार सारस्वत का कहना है कि जिला संचारी रोग अभियान जनपद भर में शुरू किया गया है कुल मिलाकर आठ विभाग सहयोग रूप से काम करेंगे। वजीरगंज से शुरूआ हो चुकी है। संचारी रोग में जागरूकता पर विशेष जोर है जिससे लोगों को संक्रामक रोगों को लेकर जागरूक किया जा सके।
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