बदायूं। चुनाव की पुरानी रंजिश के साथ.साथ घूरे की ट्रली को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हुआ और दोनों ओर से ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनका इलाज चल रहा है। एक गंभीर घायल को बदायूं राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया है। खूनी संघर्ष के बाद तीन की मौत के चलते पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। एडीजी और आईडी रेंज बरेली के साथ.साथ डीएम और एसएसपी ने घटना स्थल पर जाकर निरीक्षण किया है। खूनी संघर्ष मामले में चार लोग गिरफ्तार कर लिए हैं वहीं दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामला बदायूं जनपद के जरीफनगर थाना क्षेत्र के गांव भगता नगला का है। गांव भगता नगला में दो पक्षों के बीच बुधवार दोपहर में खूनी संघर्ष हुआ। गांव के बाहर खेतों में दोनों पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष में तीन लोगों की मौत हो चुकी है वहीं चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन को ही तो हड़कंप मच गया। एसएसपी डाक्टर ओपी सिंह तत्काल ही घटना स्थल के लिए रवाना हो गए । वहीं पुलिस ने लाकर घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। खूनी संघर्ष में जयप्रकाश पुत्र महिपाल उम्र 18 वर्षए रेशमपाल पुत्र केहरी सिंह 30 वर्षए सतेंद्र पुत्र कल्याण 20 वर्ष की मौत हो गई। वहीं हरिओम व अमरसिंहए महिपाल सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों का उपचार चल रहा है। हरिओम को गंभीर हालत में जिला अस्पताल से राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। इधर मामला शासन तक पहुंचा और चार बजे करीब गांव भगता नगला एडीजी बरेली ज़ोन पीसी मीणा व आईजी बरेली रेंज डाक्टर राकेश सिंह एवं डीएम मनोज कुमार पहुंच गए। एसएसपी डाक्टर ओपी सिंह के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया। वहीं फारेंसिक टीम से घटना स्थल को बेरीकेडिंग कराया है औरर वहां जांच के लिए साक्ष्य एकत्र कराया गया है। अधिकारियों ने दोनों पक्षों के परिजनों से घटना को लेकर बातचीत की है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों में फायरिंग हुई थी पहले पक्ष के एक व्यक्ति दूसरे पक्ष के दो व्यक्ति कुल तीन लोगों की मृत्यु हो गई है। विवाद करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। देररात दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
गांव में पसरा सन्नाटाए फोर्स तैनात
गांव भगता नगला में खूनी संघर्ष करने के बाद पुलिस और प्रशासन ने डेरा डाल दिया है। गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है। घटना स्थल से लेकर दोनों पंक्षों के मुहल्लों में पीएसी तैनात है। वहीं पुलिस और प्रशासन के खौफ से डरकर लोग घरों में ही है। गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
मोर्चरी में रखवाए शवए परिवारों में कोहराम
जिला अस्पताल की मोर्चरी में मृतकों के तीनों शवों को रखवाया गया है। वहीं देरशाम तक दोनों पक्षों के परिजन पहुंच गए। परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। गुरुवार को शवों के पोस्टमार्टम होगा। वहीं शांति व्यवस्था के लिए फोर्स तैनात की गई है।
पुलिस की जीप से लाए गए घायल
जरीफनगर के गांव भक्ता नगला में दो पक्षों के बीच जब खूनी संघर्ष हुआ और घटना की जानकारी पुलिस और प्रशासन को मिली तो आनन.फानन में अधिकारी गांव पहुंचे तो घायलों को पुलिस जीप में ही तत्काल लेकर जिला मुख्यालय लेकर आए और उपचार दिलाया।
खेत का विवाद बन गया जानलेवा
भक्ता नगला में खूनी संघर्ष का मामला हुआ है। अब तक की जानकारी के अनुसार ग्रामीणों की माने तो दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश चल रही थी। यह पुरानी रंजिश खेत के विवाद को लेकर दोनों पक्षों के बीच बनी हुई है। मेड़ विवाद दोनों पक्षों के बीच चल रहा था और बुधवार को खेत पर खाद लगाने को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ। नौबत खूनी संघर्ष तक पहुंची और तीन की जान चली गई।
डीएम ने आनन फानन में कराई व्यवस्था
डीएम को खूनी संघर्ष की जानकारी हुई तो उन्होंने तत्काल मौके पर एसडीएम सहसवान व तहसीलदार को भेजा। इधर सीएमओ डा. प्रदीप कुमार को जिला अस्पताल भेजा। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में आनन फानन में व्यवस्थाएं कराई गईं साथ ही सभी डाक्टर मौके पर बुलाए गए।
Discussion about this post