बदायूं। जिले में निकाय चुनाव ऐसा आया कि अध्यक्ष पद से लेकर सदस्य पद तक भाजपाई ही भाजपा के लिए बागी बन गए। नगर निकाय चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने पर भाजपा को अंतिम दौर में बड़ा कदम उठाना पड़ा है। जिसमें भाजपा ने दर्जन भर पदाधिकारियों को छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित करते हुए बाहर कर दिया है।
गुरूवार को भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के दिशा निर्देशानुसार पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने भाजपा प्रत्याशी खिलाफ प्रचार प्रसार करने पर दर्जनभर कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित किया है।कहा अभी भी और बड़ी कार्रवाई शेष है। निरंतर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने वाले कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नगर निकाय चुनाव में भाजपा प्रत्येक निकाय में कमल खिलाएगी।
कहां से कौन किया निष्कासित
नगर पालिका बिसौली से अशोक वार्ष्णेय, मोहित गुप्ता (मोनू महाजन), नगर पंचायत उसावां से प्रियंका चौहान, मनोज कुमार गुप्ता, नगर पंचायत वजीरगंज से शंकुतला वार्ष्णेय, राहुल वार्ष्णेय, संजय गुप्ता, नगर पंचायत गुलड़िया से प्रतिभा पटेल, सुरजीत सिंह, नगर पंचायत कछला से दिनेश लौनिया, किशन पाल कश्यप, मुकेश कश्यप को आगामी छ: वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित किया है।
लोकसभा, विधानसभा के बागी कब निकलेंगे
भाजपा ने जिले में निकाय चुनाव को लेकर बागी बने भाजपाइयों को बाहर कर दिया है मगर भाजपा ने अब तक उन बागियों को नहीं बाहर किया है जिन्होंने भाजपा का बड़ा नुुकसान किया है।लोकसभा 2019 भाजपा जीत भले ही गई लेकिन कई भाजपाई उस चुनाव में अंदरखाने बागी बने और भाजपा का वोटबैंक कटवाया था। इससे ज्यादा हद को विधानसभा चुनाव 2022 में हुई जब एक कमल के खिलाफ कई भाजपाई बागी बन गये थे। बगावत का कांड वजीरगंज कस्बा, बदायूं, उझानी सहित कई जगह खुला भी था।