नया बदायूं

हजरत गूंगे शाह की दरगाह पर चादरपोशी कर पूर्व विधायक ने मांगी अमन चैन की दुआ

गांव रमजानपुर स्थित हजरत गूंगे शाह की मजार पर पहुंचे पूर्व विधायक धर्मेंद्र शाक्य।

बदायूं। कादरचौक क्षेत्र में गांव रमजानपुर में शेखूपुर विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक धर्मेंद्र शाक्य ने हजरत गूंगे शाह की मजार पर लगने वाले मेले का उद्घाटन किया। बाद में गूंगे शाह की दरगाह पर जाकर चादरपोशी कर देश व मुल्क की अमन और तरक्की की दुआएं मांगी। यहां आयोजित मेला में खरीददारी शुरू हो गई है और नखासा बाजार के साथ झूले व तमाशे वाले भी लगे हैं।

गांव रमजानपुर स्थित हजरत गूंगे शाह की मजार पर पहुंचे पूर्व विधायक धर्मेंद्र शाक्य।

गांव रमजानपुर स्थित हजरत गूंगे शाह की मजार पर लगने वाले मेला में पहुंचे शेखूपुर के पूर्व विधायक धर्मेंद्र शाक्य का मेला कमेटी एवं ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। इसके बाद सभी ग्रामवासियों ने पैदल गूंगे शाह की दरगाह पर चादरपोशी की। इसके बाद चुन्ने प्रधान ने पूर्व विधायक और उनके साथ आए हुए सभी लोगों का स्वागत किया। विधायक ने हरी झंडी दिखाकर घुड़दौड़ का आरंभ किया। जिसमें जीतने बाले घुड़सवार को पुरस्कृत किया गया। साथ ही मेले का भ्रमण किया। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख वीरेंद्र राजपूत, भाजपा नेता राजू मौर्य, सरनाम सिंह, योगेश मौर्य, चुन्नू प्रधान, मीडिया प्रभारी राहुल पाठक सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

डेढ़ सौ साल पुराना है मेला का इतिहास
रमजानपुर मेला पहुंचे पूर्व विधायक ने कहा कि यह मेला पिछले 150 साल से लगातार लगता आ रहा है। मुझे यह गर्व है कि यह मेला शेखुपूर विधानसभा में लगता है यह कौमी एकता एक प्रतीक है। इस मेले की यह विशेषता है कि जब से यह मेला लगा है तब से अब तक सात गद्दीनशींन हुई। जिसमें से चार हिंदू समाज से हैं और तीन मुस्लिम समाज से हुए हैं और आज भी राजकुमार चौहान यहां के गद्दी नशींन हैं। यह मेला एक ऐतिहासिक मेला है। लोगों का कहना है कि इस मेले की एक ऐतिहासिक बात यह भी है कि गांव में एक समय एक बरात आई थी।जिसमें दूल्हे की मौत हो गई। गूंगे शाह ने उसको जीवित कर दिया था। तभी उनके बड़े भाई ने कहा कि तुम कुदरत के किए को दखल दे रहे हो। इसलिए आज से तुम चुप रहोगो। तभी से उनका नाम गूंगेशाह पड़ गया।

Exit mobile version