बदायूं। संघ कार्यालय पर बैठक की गई। जिसमें 26 फरवरी को बदायूं क्लब में होने वाले कार्यक्रम अंतिम रूप दिया।
विभाग प्रचारक विशाल ने कहा कि प्राचीन समय से ही मातृशक्ति का भारत के निर्माण, स्वतंत्रता आंदोलन, व समाज सुधार में योगदान रहा है। समाज भेदभाव मुक्त हो उसके लिए कुरीतियों और विषमता को मातृशक्ति की जागरुकता ही दूर कर सकती है। मातृशक्ति समन्वय सम्मेलन को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान बदायूं की महिलाओं से सम्मेलन में भाग की अपील की गई। कहा कि संगठन के कार्य में हमारी मातृ शक्ति का योगदान रहता है, जब संघ का कोई कार्यक्रम होता है तो भोजन के पैकेट आदि की व्यवस्था माताएं बहनें करती हैं। माता बहनों के सहयोग से ही स्वयंसेवक अपने कार्य को कर पाते हैं, बताया कि कल 12:30 बजे मातृशक्ति समन्वय सम्मेलन का आयोजन होगा जिसमें कार्यक्रम में अध्यक्षता डॉ गार्गी बुलबुल व मुख्य वक्ता गुरु योगनी एवं वक्ता के रूप में दीप्ति, शिवम्बदा, कार्य्रकम सयोंजक सीमा रानी ने आग्रह करते हुए नगर की मातृशक्तियों से सम्मेलन में भाग लेने की अपील की है।