बदायूं। यूपी बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं इंटरमीडिएट के छात्र ने पेपर खराब होने के बाद अवसाद में आकर जान दे दी। यूपी बोर्ड परीक्षा में फिजिक्स का पेपर खराब होने को लेकर छात्र मानसिक दबाव में आया और उसने अपनी जान दे दी। जिससे परिवार की खुशियां छीन ली हैं परिवार का रो.रोकर बुरा हाल है। पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा रही है।
मामला अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा म्याऊं का है। ग्राम पंचायत म्याऊं निवासी निवासी भास्कर पाठक खेती किसानी करते हैं। वह अपने बच्चों को बड़ी लगन से पढ़ा रहे हैं जिससे पढ़ लिखकर बच्चे कुछ लायक बनें और उनका नाम रोशन होंए लेकिन उनका बेटा राघव 17 वर्ष ने परिवार की खुशियां छीन लीं। बेटा राघव वहीं के शिवाजी शिशु मंदिर में इंटरमीडिएट का छात्र था। परीक्षाएं आई तो इस कालेज का सेंटर कस्बा के ही सत्य देव इंटर कालेज में गया। यहां राघव परीक्षा दे रहा था। जिसके बाद अब आत्महत्या कर परिवार की कमर तोड़ दी है।
30 नंबर कम आए तो खा लिया जहरीला पदार्थ
छात्र राघव के पिता ने बताया कि राघव बुधवार को फिजिक्स का पेपर देकर आया और काफी उदास था। घर आकर गाइड से पेपर का मिलान किया और उदास होने लगा। उसका कहना था कि 70 में से 40 नंबर का ही पेपर ठीक हुआ है। जबकि बाकी के 30 नंबर उसके नहीं आएंगे। हालांकि उसे काफी समझाया लेकिन वह कुछ देर तो शांत रहा। मगर इसके बाद उसने जहरीला पदार्थ खा लिया।
राजकीय मेडिकल कालेज में तोड़ा दम
राघव के साथ हुई घटना की जानकारी परिजनों को मिली तो परिवार के लोग राघव को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन रात में उसकी हालत और बिगड़ी तो डॉक्टर ने राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जबकि वहां आधी रात को उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामले की सूचना पर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंपा है।
टापर ने कैसे तोड़ा मनोवल
राघव के परिजनों की मानें तो राघव हाईस्कूल में 2 साल पहले उसके 92 फीसदी अंक आए थे और वह बहुत खुश था। हाईस्कूल में 92 फीसदी अंक पाकर कालेज में टाप हुआ था। इंटरमीडिएट में 98 फीसदी अंक लाने की उसने तैयारी की थी। उसकी इच्छा थी कि वह जिला टापर बने। मगर फिजिक्स का पेपर खराब हुआ और आत्महत्या कर सपना तोड़ दिया।