उझानी। नगर के अयोध्या प्रसाद मेमोरियल पीजी कालेज में डायरेक्टर और लिपिकों के बीच हाजरी लगाने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोपहर तक हंगामा और समझौता का दौर चला। जिसकी वजह से कालेज के व्यवस्थाएं भी प्रभावित रहीं। बाद में समझौता हो गया तब कहीं मामला शांत हुआ है।
अयोध्या प्रसाद मेमोरियल पीजी कालेज में डायरेक्टर द्वारा कार्यालय के बाबू की मौजूदगी के बावजूद उसकी उपस्थित पंजिका में अनुपस्थित दर्ज कर दी। जिसकी वजह से डायरेक्टर व लिपिक कार्यालय में आपस में भिड़ गए और कहासुनी ही नहीं हुई बल्कि जमकर हंगामा हुआ। बाबुओं ने कार्यालय के काम का बहिष्कार कर दिया, हालांकि महाविद्याल में चल रही बीए, बीएससी, बीकाम की द्वितीय सेमिस्टर की परीक्षा में सभी ने सहयोग किया। प्रधानाचार्य व बाबूओं ने सामूहिक शिकायती पत्र में डायरेक्टर के अधीनिस्थ काम न करके महाविद्यालय के अध्यक्ष व सचिव के अधीनिस्थ काम करने पर सहमती जताई। जिसपर सचिव ने कहा आप लोग काम करो किसी से कोई लेना देना नहीं है। सूचना पर महाविद्यालय पहुचें सचिव रामप्रकाश शर्मा ने उपस्थिती रजिस्टर को चेक किया उन्होंने बाबू शैलेश गुप्ता की उपस्थिती दर्ज कर दी। इधर विवाद के दौरान सचिव ने कहा महाविद्यालय एक परिवार है हम लोगों का कोई विवाद नहीं है इस संबध में डायरेक्टर एमएसए से बात की गई तो उन्होंने बताया मुझे इस संबध में कोई जानकारी नहीं है मुझ पर लगाया गया आरोप निराधार है।
बैग से रुपये चोरी का भी उठा मुद्दा
डायरेक्टर व बाबुओं के विवाद के बीच महाविद्यालय में दूसरा मामला था कि एक छात्रा के बैग से पांच सौ रूपये गायब हो गए। जिसका आरोप अनुचर महिला पर लगया जा रहा था। महिला अनुचर का आरोप है कि डायरेक्टर ने हमारी एक बात नहीं सुनी, सीसीटीवी कैमरे भी चेक नहीं कराए गए। इसके बाद सचिव ने विद्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला जिसमें महिला अनुचार दोषी नहीं पाई गई। फोटो में छात्रा अपने बेग को बहार छोड गई थी जिसमें रखे पांच सौ रूपये गायव हो गए थे। इस मामलें को भी सचिव ने सुलझा कर मामले को रफादफा कर दिया।