बदायूं। जिले में गन्ना क्रय केंद्रों पर गन्ना माफिया हावी हैं। सबसे ज्यादा यदुशुगर मिल के गन्ना क्रय केंद्रों पर माफियाओं की घुसपैठ है। सदर तहसील के अधिकांश केंद्रों पर गन्ना बेहिसाब पहुंच गया है और तौल नहीं हो रही है। किसानों इससे परेशान हैं लगातार शिकायत रहे हैं। किसानों का गन्ना तौल की जगह माफिया प्राइवेट गन्ना तौल कर रहे हैं। डीएम सख्त हुए तो आधा दर्जन क्रय केंद्रों को नोटिस जारी किया गया।
गन्ना खरीद में गड़बड़ी पर डीएम ने छह क्रय केंद्रों को जारी कराए नोटिस
जिला गन्ना अधिकारी रामकिशन सहित अन्य अधिकारियों द्वारा जिले के 50 क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। जिसमें क्रय केंद्रों पर गन्ना उठान, यातायात /परिवहन व्यवस्था ठीक न होना ओवरवेट पर्ची की तौल आदि पर पाई गई। जिसकी रिपोर्ट गन्ना निरीक्षक एवं सहायक चीनी आयुक्त बरेली को भेजी गई है। यह निरीक्षण डीएम मनोज कुमार के निर्देशन पर गन्ना क्रयकेंद्र मालगांव एवं गुरुपुरीचंदन, मालगांव राणा शुगर मिल, क्रयकेंद्र लखनपुर प्रथम, लखनपुर द्वितीय, आमगांव प्रथम व आमगांव तृतीय तथा बिसौली यदु शुगर मिल पर खामियां मिली हैं। जिसके बाद आधा दर्जन क्रय केंद्रों को नोटिस जारी कर जबाव मांगा गया है।
किसानों ने माफियाओं की डीएम से की शिकायत
सदर तहसील के गांव व क्रय केंद्र लखनपुर प्रथम, द्वितीय, आमगांव, सिलहरी, दहेमी, कुनार, गुरुपुरी विनायक, मोगर सहित क्षेत्र के किसानों ने अपनी समस्या डीएम को लिखित दी। पिछले काफी दिनों से हो रही शिकायतों पर डीएम ने गन्ना अधिकारी सहित अधिकारियों से छापामारी कर कार्रवाई में नोटिस जारी करा दिए हैं। मगर माफिया मानने को तैयार नहीं हैं। यही कारण है कि यहां माफिया हाबी हैं और किसानों से औने-पौने दामों में गन्ना खरीद रहे हैं। अपने फायदा को किसानों का नुकसान कर रहे हैं।
यह हो रहा खेल
किसानों के अनुसार क्रय केंद्रों पर ट्रांसपोर्टर हाबी हैं। ट्रांसपोटर्रों का सीधे मिल से संपर्क है चालान किसानों का गन्ना दिखाकर काटते हैं और फैक्ट्री में नगद पर तौल करा देते हैं। बतादें कि पर्ची का गन्ना एक-एस सप्ताह रोकते हैं सूखने के डर से किसान बेंचने को मजबूर होते हैं। फिर ट्रांसपोर्टर वही गन्ना खरीदकर निजी तौर पर सप्लाई कर रहे हैं।
किसानों का नुकसान कर कमा रहे 70 रुपये क्विंटल माफिया
माफिया ट्रांसपोर्टरों के साथ मिलकर बड़ा खेल कर रहे हैं। किसानों के अनुसार किसानों से प्राइवेट तौर पर गन्ना 220 रुपये क्विंटल ले रहे हैं और फैक्ट्री जाकर 299 रुपये पर तौल करा रहे हैं। जबकि किसान पर्ची से गन्ना डाले तो उसे 350 रुपये प्रति क्विंटल का रेट मिल सकता है। इस बीच माफिया व ट्रांसपोर्टर मिलकर 70 रुपये क्विंटल का खुद का फायदा कर रहे हैं।
अधिकारियों की सुनिए
जिला गन्ना अधिकारी रामकिशन का कहना है कि गन्ना किसानों की तौल को लेकर शिकायतें मिल रहीं थीं कुछ केंद्रों पर निरीक्षण भी खुद के साथ दूसरों से कराया है। क्रय केंद्रों नोटिस जारी किए गए हैं, पर्ची पर ओवर तौल सहित तमाम शिकायतें मिली हैं। किसानों की समस्या को लगातार कार्रवाई की जा रही है।