बदायूं, (ब्योरो)। गन्ना किसान यदुशुगर मिल और गन्ना विभाग के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। किसानों ने गन्ना विभाग सहित चीनी मिल पर आरोप कि उनका शोषण किया जा रहा है। यदुशुगर मिल से भुगतान को लेकर हमेशा परेशान रहते हैं लेकिन अब उनके गन्ना किसानों का भुगतान लटका लिया है। किसानों से गन्ना उधार लिया जाता है और अब कीटनाशक एवं अन्य दवाएं नगद दी जा रही हैं।
यदु शुगर मिल बिसौली के खिलाफ ग्राम आमगांव, लखनपुर, अहोरामई सहित कई गांव के किसानों ने नगद कीटनाशक बांटने का विरोध किया है। इस दौरान किसानों ने यदुशुगर मिल एवं गन्ना विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की है। किसान अंकित राठौर ने कहा यदु शुगर मिल ने हमेशा से ही किसानों का शोषण किया है किसानों का गन्ना उधार लिया और किसानों को कीटनाशक नगद में उपलब्ध करा रही है जब किसान का पैसा हीं नहीं दोगे तो किसान दबाई कहां से लेगा। किसानों को खेतों में दवा लगाने की जरूरत है लेकिन चीनी मिल नगद में कीटनाशक किट देने की बात कह रही है। किसान विक्की पटेल ने कहा कि गन्ना विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से यह खेल चल रहा है। भुगतान के नाम पर एक पर्ची का ही भुगतान एक महीने में करते हैं। किसानों का कहना है कि किसानों उधार में कीटनाशक सहित खाद उपलब्ध कराई जाए। इस मौके पर विजेंद्र सिंह, शिवम पटेल, लल्लू, मुन्ने उर्फ दुष्यन्त, देवेश, मनोज, अनुज, महेश, रावेंद्र, अमित, अखिलेश आदि किसान मौजूद।
जिला गन्ना अधिकारी की सुनिए
जिला गन्ना अधिकारी रामकिशन ने बताया कि किसानों को कीटनाशक सहित दवाएं दी जा रही हैं जो किसान इच्छुक होते हैं उन्हीं को उपलब्ध कराई जाती है। इसके लिए किसानों से आवेदन लिया जाता है और कुछ धनराशि लेने का प्रावधान है ऐसा नहीं है किसानों को परेशान किया जा रहा है।