बदायूं। लोकसभा चुनाव को दस महीने बचे हैं और स्थानीय निकाय चुनाव सिर पर आ गया है। समाजवादी पार्टी लगातार कई चुनाव में करारी हार देख चुकी है। मिशन 2019 लोकसभा चुनाव हारी फिर पंचायत चुनाव में हार मिली।इसके बाद विधानसभा चुनाव 2022 तथा एमलसी चुनाव में करारी है। विधानसभा चुनाव 2022 में दातागंज से निर्वतमान जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह यादव को टिकट नहीं मिला तो काफी दिनों तक अंदर खाने विरोध रहा। जिसका खामियाजा समाजवादी पार्टी को सीट हराकर झेलना पड़ा है। पार्टी हाईकमान ने उस नुकसान की सजा दी है कि प्रेमपाल सिंह को दोबारा जिलाध्यक्ष नहीं बनाया है। वहीं अब आशीष यादव को जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है। समाजवादी पार्टी अब मिशन 2024 एवं स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर नेताओं को एकत्र करके मजबूत करने में लगी है। क्योंकि पिछले दिनों धर्मेंद्र यादव पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री आबिद रजा के बीच की तकरार को पार्टी हाईकमान ने खत्म कराया। अब आशीष यादव को जिलाध्यक्ष बना दिया है।
जिले में सपा की कमान आशीष यादव को एक बार फिर मिली है। उनको पार्टी ने सोमवार को जिलाध्यक्ष बनाया है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने आदेश जारी किया है। पूर्व विधायक आशीष यादव पिता बनवारी सिंह यादव की विरासत संभाल रहे हैं। बनवारी सिंह यादव के निधन के बाद भी आशीष यादव ने सपा जिलाध्यक्ष की कुर्सी संभाली थी। वर्तमान में उनके बेटा हिमांशू यादव शेखूपुर विधानसभा से विधायक हैं। बतादें कि आशीष यादव भी शेखूपुर विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके हैं आशीष यादव के जिलाध्यक्ष बनते ही पार्टी पदाधिकारियों में खुशी की लहर है और तमाम लोग बधाई दे रहे हैं।
पिता रहे स्थापना काल से जिलाध्यक्ष
आशीष यादव के पिता एमएलसी बनवारी सिंह यादव सपा के स्थापना काल से लगातार जिलाध्यक्ष रहे। वर्ष 2017 में उनके निधन के बाद पार्टी के नए जिलाध्यक्ष की कमान भी पार्टी ने आशीष यादव को सौंपी थी। इस पर पार्टी हाईकमान ने मुहर लगा दी। अब सोमवार को एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अनुमति से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मनोनयन पत्र जारी कर दिया। इसके बाद आशीष यादव का उनके समर्थकों ने स्वागत किया।
मिशन 2024 को मजबूत करेंगे सपा
नए जिलाध्यक्ष आशीष यादव का कहना है कि सबको साथ लेकर चलेंगे। पार्टी को जिले में और मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। जनहित के मुद्दों पर संघर्ष करने का पार्टी का सिद्धांत रहा हैए उसके लिए रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सपा के कार्यकर्ता अभी से लोकसभा चुनाव के लिए पूरे दमखम से जुटेंगे। इससे पहले होने वाले नगर निकाय और स्थानीय निकाय चुनाव में भी पूरी तैयारी से जुटकर कामयाबी हासिल करेंगे। पार्टी हाईकमान ने जिस विश्वास के साथ जिम्मेदारी सौंपी हैए उसको बखूबी निभाने की कोशिश होगी।