बदायूं। हिन्दी सिनेमा में नाग-नागिन की प्रेम कहानी पर आधिरत फिल्म निगाहें, नागिन नाचे गली-गली, नागीना सहित तमाम फिल्में देखीं होंगी, जिसमें नाग-नागिन प्रेम में पागल होकर एक-दूसरे के लिए मर मिटने के लिए तैयार रहते हैं लेकिन हकीकत में क्या ऐसा मुमकिन है अगर ऐसा है तो नाग नागिन की प्रेमकहानी में बदायूं से एक और अनोखी प्रेम कहानी जुड़ जाएगी। जिस तरह फिल्मों में नागिन ने नाग की जान बचाने के लिए कितनी लड़ाई लड़ी उस तरह यहां भी नाग को बचाने के लिए नागिन ने अपनी जान दावंव पर लगा दी। नाग-नागिन की अनोखी प्रेम कहानी का ताजा मामला बदायूं जिले की तहसील सहसवान के गांव नगला डब्ल्लू से सामने आया है। ग्रामीणों के मुताबिक वर्षों से नाग-नागिन एक देवस्थान पर वर्षों से रह रहे थे।जिनमें एक-दूसरे से काफी प्रेम था एक साथ रहते थे। पिछले दो दिन से एक नेवला नाग को अपना शिकार बना रहा था, नाग की रक्षा के लिए नागिन दो दिन तक नेवला से लड़ती रही और नाग को बिल में छिपा दिया। दो दिन बाद बिल से नाग बाहर निकला तो नागिन खून में लथपथ थी और अपने प्राण त्याग चुकी थी। अब ग्रामीण दावा कर रहे हैं कि नाग नागिन के वियोग में बैठा हुआ है। दावा ग्रामीण यह भी कर रहे हैं कि नाग प्राण त्यागने को सिर पटक रहा है।
नाग-नागिन की प्रेमकहानी देखने को जुटी ग्रामीणों की भीड़
सहसवान तहसील के गांव नगला डल्लू में रामदास ब्रजलाल मेमोरियल इंटर कालेज के पास प्रेमपाल का खेत है। यहां वर्षों पुराना देवस्थान है। इस देवस्थान पर बुधवार सुबह से ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई है। ग्रामीण नाग और नागिन को देखने को जुटे हैं। यहां का ग्रामीणों ने वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। ग्रामीणों का कहना हैकि वर्षों से नाग-नागिन के जोड़ा को देख रहे थे। पिछले दो दिन से नेवला नाग पर हमला कर रहा था। नाग को बचाने के लिए नागिन नेवला से मोर्चा ले रही थी। दो दिन लगातार नागिन ने नेवला से लड़ाई लड़ी और नागिन की मौत हो गई। जिसके बाद बिल से निकलने नांग ने नागिन को देखा तो वह वियोग में देवस्थान पर बैठ गया है। ग्रामीणों की मानें तो नाग वियोग में बैठा है देवस्थान पर सिर पटकर प्राण देने का प्रयास कर रहा है। नाग-नागिन का यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।
चर्चा का विषय बनी शव उठाना
सहसवान के गांव नगला डल्लू में नागिन की मौत के बाद नाग देवस्थान पर नागिन के शव के पास बैठा है यहां के लोगों का कहना है कि नागिन की मौत के बाद प्रेम के चलते नाग सिर पटकता है और नागिन की मौत सांप के बिल के पास हुई और शव नाग देवस्थान पर उठाकर ले गया। यह बात चर्चा का विषय बन गई है जबकि संभव नहीं है कि नाग नागिन के शव को उठाकर देवस्थान के ऊपर ले जा सके। एक्सपर्ट भी इस बात को नाकार रहे हैं।
क्या कहते हैं खेत स्वामी
खेत स्वामी प्रेमपाल का कहना है कि उन्होंने वर्षों पहले आस्था के चलते देवस्थान बनवाया था। वर्षों से इसी देवस्थान पर वह नाग और नागिन को देखते आ रहे हैं आसपास खेतों में घूमते रहते थे और फिर देवस्थान पर रहा करते थे। पूजापाठ करने आने वाले लोगों को देखकर साइड के खेतों में चले जाते थे लेकिन वह रहते यहीं थे। दो दिन पहले नेवला ने हमला किया इसके बाद नागिन की मौत हो गई है और नाग देवस्थान पर बैठा है।
क्या कहता है ग्रामीण
ग्रामीण रोहिताश का कहना है कि वर्षों से यहां के लोग नाग और नागिन को सड़क किनारे बने इस देवस्थान पर बैठा देखते आए हैं दो दिन पहले नेवला ने नागिन पर हमला किया। पिछले दो दिन में कई बार नेवला और नागिन की लड़ाई ग्रामीण देख रहे थे हमने भी देखा। मगर अब पता चला कि नागिन की मौत हो गई और नाग देवस्थान पर बैठा है। नाग वियोग में बैठा हुआ है।
स्नैक एक्सपर्ट की राय :
स्नैक एक्सपर्ट विकेंद्र शर्मा ने बताया कि नेवला ने नागिन की जान ले ली होगी यह तो संभव है और ग्रामीण जैसा बता रहे हैं कि नाग नागिन के शव को देवस्थान पर उठाकर ले गया यह संभव नहीं है नाग किसी चीज को निगल सकता है लेकिन उठाकर नहीं ले जा सकता है।