नया बदायूं

बदायूं की सहसवान कोतवाली परिसर में पीड़ित ने किया आत्मदाह का प्रयास

बदायूं के सहसवान कोतवाली परिसर में आत्मदाह का प्रयास।

बदायूं। सहसवान कोतवाली परिसर में पुलिस से परेशान होकर पीड़त व्यक्ति ने आत्मदाह का प्रयास किया है। युवक ने खुद को आग के हवाले किया तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस ने पहले सीएचसी फिर बदायूं राजकीय मेडिकल कालेज में आनन फानन में युवक को भर्ती कराया है। गंभीर हालत में झुलसे युवक का उपचार चल रहा है। एसएसपी ने मामले में जांच एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा को सौंपी है। देररात बदायूं राजकीय मेडिकल कालेज से झुलसे व्यक्ति को सैफई मेडिकल कालेज रेफर किया है।

 

मामला सहसवान कोतवाली परिसर का है। गांव केशो की मढैय्या निवासी श्रीपाल पुत्र श्योराज ने पुलिस से प्रताड़ित होकर सोमवार की दोपहर बाद कोतवाली सहसवान परिसर पहुंच गया। कोतवाली परिसर में श्रीपाल ने कैरोसिन डालकर खुद को आग के हवाले कर लिया। पुलिस कर्मियों ने आनन फानन में कंबल डालकर श्रीपाल को आग की लपटों से अलग किया। इसके बाद आनन फानन में सीएचसी ले गए और यहां उपचार कराया। गंभीर हालत में होने पर श्रीपाल को राजकीय मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया है। राजकीय मेडिकल कालेज में श्रीपाल का उपचार चल रहा है। कोतवाली परिसर में आत्मदाह का मामला सामने आने के बाद पुलिस सहित प्रशासन के अफसरों में हड़कंप मच गया। एसएसपी डाण् ओपी सिंह खुद मेडिकल कालेज पहुंच गए। वहीं एसपी देहात सिद्धार्थ वर्माए सीओ सहसवान चंद्रपाल सिंह तथा सीओ सिटी आलोक मिश्रा पहुंच गए। इसके अलावा डीएम मनोज कुमार ने तत्काल राजकीय मेडिकल कालेज को सिटी मजिस्ट्रेट ब्रजेश कुमार व एसडीएम सदर सुखलाल प्रसाद वर्मा को भेज दिया। इधर सहसवान कोतवाली के बाहर पुलिस बल तैनात किया है इसके अलावा गांव केशौ की मढैय्या में भारी पुलिस बल लगाया है। वहीं राजकीय मेडिकल कालेज में सिविल लाइंस व कोतवाली के साथ महिला थाना पुलिस बल को लगाया है। फिलहाल एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लिया है और एसपी देहात को जांच के लिए लगाया है। वहीं एसएसपी ने पीड़ित परिवार को जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

अपराध निरीक्षक को पैसा देने गया था पीड़ित
आत्मदाह का प्रयास करने वाले श्रीपाल के भाई कुंवरपाल ने बताया कि श्रीपाल सोमवार को थाने में अपराध निरीक्षक सहसवान दिगंबर सिंह को पैसा देने के लिए गया था। आरोप लगाया कि अपराध निरीक्षक ने उससे 40 हजार रुपये मांगे थे वह पांच हजार रुपये दे चुका है। 15 हजार रुपये और देने के लिए गया था। पुलिस से प्रताड़ित होकर उसने आग के हवाले कर लिया।

जिपसी दहशत में परिवार
सहसवान कोतवाली परिसर में आत्मदाह के प्रयास के मामले में गंभीर जानकारियां सामने आई हैं। पीड़ित के भाई ने एसएसपी को बताया कि पीड़ित परिवार पुलिस की प्रताड़ना से परेशान है। पीडि़त के भाई कुंवरपाल ने बताया कि बीते दिन अपराध निरीक्षक दिगंबर सिंह जिपसी भरकर फोर्स ले गए थे और पीड़ित के घर पर दबाव बनाया। पुलिस ने परिवार को प्रताड़ित किया इसके बाद यह कदम उठाया है।

थाने की सुरक्षा पर उठे सवाल
कोतवाली परिसर में आत्मदाह प्रयास करने जैसी घटना को लेकर कोतवाली के अफसरों और सुरक्षा पर सवाल उठ गए हैं। पीड़ित श्रीपाल गाड़ी से कोतवाली परिसर के अंदर प्रवेश करता है और आग लगाता है इसके बाद धधकता हुआ निकलता है लेकिन पुलिस थाने के गेट पर सुरक्षा कर्मी कहां थे। जबकि थाना में गार्ड के साथ पहरा की व्यवस्था रहती है।

अनजान बनकर अफसरों ने झाड़ा पल्ला
आत्मदाह प्रयास के मामले में एसएसपी डाण् ओपी सिंह ने पीड़ित के सामने ही सीओ सहसवान चंद्रपाल से पूछा कि इतना सब कई दिनों से चल रहा था आपको क्या जानकारी है। सीओ ने पल्ला झाड़ दिया और कह दिन कार्यालय में बैठे थे दिन में लेकिन जानकारी नहीं है। कोतवाल विशाल प्रताप ने भी बताया कि परिवार के सदस्य को बयान के लिए बुलाया गया था लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। जब आत्मदाह प्रयास करने की जानकारी हुआ तो आनन फानन में आग बुझाकर भर्ती कराया गया।

यह था मामला
श्रीपाल और मौसेरे भाई विक्रम के परिवार के बीच विवाद उस दिन से शुरू हो गया। कि तीन महीने पहले श्रीपाल की बकरी विक्रम के खेत में चली गई। श्रीपाल का आरोप है कि विक्रम ने बकरी को मार दिया इसके बाद विवाद शुरू हुआ। आरोप है कि नौ जनवरी को विक्रम परिवार ने घर में घुसकर मारपीट की। महिलाओं से सहित पुरूषों को पीटा। आरोप है कि नौ जनवरी को पुलिस ने विक्रम की ओर से श्रीपाल सहित परिवार पर मुकदमा दर्ज कर दिया लेकिन श्रीपाल की ओर से 11 जनवरी को मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद से पुलिस लगातार केवल श्रीपाल परिवार को परेशान कर रही थी। जिसके बाद अब आत्मदाह की नौबत आई।

एक बार जमानत करा चुका है परिवार
पीड़ित के भाई कुंवरपाल का कहना है कि नौ जनवरी को विवाद के बाद पीड़ित को पुलिस ने परेशान किया तो पीड़ित परिवार पुलिस कार्यालय आकर अधिकारियों से मिला था। अधिकारियों ने सहसवान कोतवाली पुलिस को कार्रवाई के लिए आदेशित किया लेकिन सहसवान कोतवाली पुलिस ने पीड़ित को ही परेशान किया और मुकदमा दर्ज किया। पीड़ित का कहना है कि एक मामले में जमानत करा चुका है।

क्या कहते हैं एसएसपी बदायूं
एसएसपी डाण् ओपी सिंह का कहना है कि मामला सहसवान कोतवाली का है। श्रीपाल का मामला चल रहा था वह सोमवार को खुद को आग लगाकर कोतवाली परिसर में घुसा। पुलिस कर्मियों ने आनन फानन में आग से बचाया और उसको भर्ती कराया। उन्होंने बताया कि व्यक्ति ने अपने मामले को लेकर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया है। गंभीर हालत में इलाज चल रहा है पीड़ित परिवार से बात की है। मामले की जांच कराई जा रही है।

सैफई मेडिकल कालेज रेफर
सहसवान कोतवाली में आत्मदाह का प्रयास करने वाले श्रीपाल का हालत गंभीर है। सोमवार को देररात को राजकीय मेडिकल कालेज बदायूं से झुलसे श्रीपाल को राजकीय मेडिकल कालेज से सैफई मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया गया है। राजकीय मेडिकल कालेज के डाक्टरों की मानें तो श्रीपाल करीब 60 प्रतिशत झुलस गया है हालत गंभीर है इसलिए रेफर किया गया है।
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