नया बदायूं

भाजपा सरकार में मजबूत हुई चिकित्सा सेवाएं : डा. संघमित्रा मौर्य

सहसवान सीएचसी पर हेल्थ एटीएम उद्घाटन में पहुंची सांसद डा. संघमित्रा मौर्य।

बदायूं। सहसवान कस्बा सहित गांव देहात के लोगों को अब बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिलने वाली हैं। वहां के लोगों को अब जांच कराने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सीएचसी पर पहुंचते ही दस मिनट में सभी जांच हो जाएंगी और हाथोंहाथ रिपोर्ट मिल जाएगी। ऐसा संभव सांसद डा. संघमित्रा मौर्य के प्रयास से हुआ है। सांसद ने हेल्थ एटीएम लगवाकर जनता को सौंप दिया है। कहा कि अब क्षेत्र की जनता को जांच कराने में दिक्कत नहीं होगी।

सहसवान सीएचसी पर हेल्थ एटीएम उद्घाटन में पहुंची सांसद डा. संघमित्रा मौर्य।
जनता को सांसद ने सौंपा हेल्थ एटीएम सुविधा
लोकसभा क्षेत्र बदायूं की सांसद डा. संघमित्रा मौर्य ने विधानसभा सहसवान में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सांसद निधि से हेल्थ एटीएम सुविधा उपलब्ध कराई है। सोमवार को सांसद डा. संघमित्रा मौर्य ने सीएमओ डा. प्रदीप कुमार के साथ सहसवान पहुंचकर हेल्थ एटीएम का फीता काटकर उद्घाटन किया। हेल्थ एटीएम मशीन के जरिए मात्र 10 मिनट में 56 प्रकार की जांच एवं निशुल्क रिपोर्ट मिल जाएगी। इससे स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी बेहतर बनाएगी। सांसद ने कहा लोगों का उत्तम स्वास्थ्य ही मेरा लक्ष्य है मेरा पूरा प्रयास है की अपने क्षेत्रवासियों को बेहतर से बेहतर सुविधा मुहिया करा सकूं। इस मौके पर शिशुपाल सिंह शाक्य ब्लाक प्रमुख उझानी, सौरभ महेश्वरी, दीक्षा महेश्वरी, अबधर शर्मा, अनुज महेश्वरी, आदर्श सक्सेना, पियूष महेश्वरी, मनीष महेश्वरी, सुभाष गौर, देव सिंह यादव शामिल रहे।
20 ओपर जिम की मिलेगी सुविधा
सासंद ने कार्यक्रम में घोषणा कर दी है। कि भाजपा सरकार गांव-गांव विकास पहुंचाने का काम कर रही है। इसी क्रम में सहसवान के 20 गांव में जल्द ही ओपन जिम खोली जाएंगी। अलग-अलग स्थानों पर लगने वाली ओपिन जिम की सुविधा ग्रामीणों को मिलेगी। यह एक बड़ी सुविधा गांव एवं युवाओं के लिए रहेगी।
स्वास्थ्य केंद्रों का होगा जीर्णोद्धार
उदघाटन कार्यक्रम में पहुंची सांसद डा. संघमित्रा मौर्य ने कहा कि सहसवान के निकट भूड़ खितौरा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन का जीर्णोद्धार व अन्य आवश्यक सुविधाएं सांसद निधि से मिलने वाली हैं। कहा कि स्वास्थ्य केंद्र बेहतर होंगे तो मरीजों के लिए सुविधाएं भी बेहतर मिल सकेंगी। वर्षों से केंद्रों का जीर्णोद्धार नहीं हुआ है।
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