बदायूं। उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देश भर में रामचरित मानस को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। बीते दिन लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और मंहत राजूदास के बीच रामचरित मानस को लेकर नोकझोंक हुई थी। जिसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रेसवार्ता कर सरकार पर सवाल खड़े किए और साधूसंतो के लिए बवाली व आतंकवादी कह दिया है। जिसके बाद से साधु संतो में आक्रोश है। इधर बदायूं पहुंची माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कह दिया है कि रामचरित मानस को न मानने पर जिस तरह से रावण हस्र का हुआ वैसा ही स्वामी प्रसाद मौर्य का हस्र होगा। उन्होंने कहा कि रावण के ह्दय में राम वसते थे इसलिए उसे स्वर्गलोक मिल गया लेकिन रामचरित जैसे ग्रंथ पर सवाल करने वालों के ह्दय खोलला हैं इनकी दुदर्शा भी रावण से ज्यादा बुरी होगी।
बदायूं पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस गुरूवार को जनपद प्रभारी एवं माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी पहुंची। इससे पहले भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अमित उपाध्याय के नेतृत्व में महिला मोर्चा पदाधिकारियों ने स्वागत किया। जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता व शेखूपुर से पूर्व विधायक धर्मेंद्र शाक्य के साथ नपद प्रभारी एवं माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने प्रेसवार्ता की। जिसमें रामचरित मानस को लेकर सपा राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद के बयान को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि रामचरित मानस के लिए रावण नहीं मानता था लेकिन उसके ह्दय में राम ही राम रहते थे। बोलीं रावण के द्वारा राम को न मानने का परिणाम यह हुआ कि ह्दय से माना तो रावण स्वर्ग में गया लेकिन उसकी दुर्दशा क्या हुई यह ग्रंथ में साफ है। राज्यमंत्री बोलीं कि रामचरित मानस मानवता गुणों से परिपूर्ण है जो एक जनता से लेकर परिवार तक के सभी दायित्वों का निर्वाहन करती हैं जो मनुष्यता की ओर अग्रसित करती है और मानव बनाना सिखाती है। मनुष्य तो हम सब हैं लेकिन मनुष्यता कितने लोगों में है। जिन लोगों में मनुष्यता होगी वो राम चरित मानस जो हमारे विश्वास का ग्रंथ धार्मिक व आस्था एवं निष्ठा का ग्रंथ हैं उस पर सवाल कभी नहीं करेंगे।
राजनीति में खुद को चमकाने के लिए ग्रंथों पर उठा रहे सवाल
बदायूं पहुंची उत्तर प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने बिना नाम लिए सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा और कहा कि रामचरित मानस जो हमारे विश्वास व धार्मिक एवं आस्था और निष्ठा का ग्रंथ है अगर उसके बारे में कोई कहता है तो समझ लीजिए उसके ह्दय में कितना खोखला पन है वह खुद की राजनीति को चमकाने के लिए ग्रंथों पर सवाल करने लगे हैं।
बिना नाम लिए भाजपा सांसद पर साधा निशाना
माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी से जब बदायूं की भाजपा सांसद डाक्टर संघमित्रा मौर्य के बयान को लेकर पूछा गया कि बदायूं भाजपा सांसद कहती हैं कि रामचरित मानस की चौपाई पर विचार होना चाहिए। इस बयान पर माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गुलाब देवी ने कहा कि सांसद क्या कह रही हैं उस पर नहीं कहना चाहते हैं लेकिन राज्यमंत्री ने बिना नाम लिए निशाना साधा और कहा कि मैं किसी का नाम नहीं ले रही चाहे कोई भी हो मानव मानव होता है अगर उसके अंदर मनुष्यता है मानवीय गुण हैं तो रामचरित मानस हो या बाइबिल हो या कुरान हो सबका सम्मान करते हैं। यह सभी ग्रंथ श्रद्धा के पात्र हैं।