बदायूं। जिला प्रोबेशन विभाग का स्टाफ और पुलिस वन स्टाप सेंटर पर जिम्मेदारी पूरी तरह निभाने में बार.बार फेल साबित हो रहा है। हर तीसरे व चौथे महीने बाद पीड़िता भागने का मामला सामने आ रहा है। अक्टूबर महीने में पीड़िताएं भागी थीं इसके बाद अब फिर से एक बार पीड़िता ने भागने की कोशिश की। वह तो पुलिस की सक्रियता के चलते पीड़िता को पकड़ लिया। बरना पुलिस और प्रशासन एक बार फिर बड़ी टेंशन हो जाती है।
जिला महिला अस्पताल स्थित संचालित वन स्टाप सेंटर से एक बार फिर से पीड़िता भागने की कोशिश का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार दातागंज क्षेत्र की पीड़िता वन स्टाप सेंटर पर कई दिनों से पीड़िता रह रही है। गुरुवार की रात को पीड़िता ने भागने की कोशिश कीए कोई कह रहा है कि पीड़िता अस्पताल गेट तक गई थी कोई कह रहा है कि कुछ और आगे तक चली गई। पुलिस स्टाफ वन स्टाप सेंटर से जानकारी मिल रही है कि पीड़िता बिल्डिंग गेट तक ही पहुंची थी उसकी तबीयत खराब थी इसलिए वह उपचार को जा रही था। इसके बाद उपचार को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पीड़िता ने जब भागने की कोशिश की तो महिला थाना व कोतवाली पुलिस के साथ.साथ दातागंज कोतवाली पुलिस भी आ गई थी और हड़कंप मचा रहा। सवाल तो यह है कि इतना सबकुछ हो गया इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी मौनी साधे रहे। वहीं दूसरा सवाल हो रहा कि वन स्टाप सेंटर पर वन स्टाप का स्टाप 24 घंटे ड्यूटी पर रहना चाहिए। मगर यहां दिन में आठ घंटे की ड्यूटी हो रही है।
दातागंज तक पहुंचने की चर्चा
जिला महिला अस्पताल के वन स्टाप सेंटर से एक बार फिर पीड़िता के फरार होने का मामला सामने आया है। अफसरों के अनुसार पीड़िता केवल गेट तक गई थी और उसकी तबीयत खराब हुई थी। वहीं अगर चर्चाओं पर गौर करेंगे तो चौंक जाएंगे। चर्चा है कि पीड़िता वन स्टाप सेंटर से फरार हो गई और स्टाफ को भनक तक नहीं लगी। चर्चा यह भी है कि स्टाफ को भनक शुक्रवार की सुबह को लगी थी जिसके बाद अफसर आनन.फानन में दौड़े और पीड़िता को दातागंज घर से फिर बरामद लेकर आए हैं। मगर फिलहाल इस चर्चा से अफसर इंकार कर रहे हैं।
रात के समय केवल पुलिस पर जिम्मेदारी
वन स्टाप सेंटर पर रात के समय पुलिस के अलावा वन स्टाप सेंटर का स्टाफ नहीं रहता है। यह कोई पहला दिन नहीं है 14 नवंबर 2022 को जब से जिला प्रोबेशन विभाग ने स्टाफ को बर्खास्त किया है तब से रात के समय वन स्टाप सेंटर का स्टाफ नहीं रहता है। प्रोबेशन विभाग ने पिछले मामलों में पुराने स्टाफ के दस लोगों को बर्खास्त कर दिया था लेकिन नया स्टाफ भी नहीं रख पाए हैं। यहां महिला शक्ति केंद्र के स्टाफ को चार्ज दे रखा है वह स्टाफ दिन में आठ घंटे की ड्यूटी करता है।
लापरवाही के बाद भी कोई न जांच न कार्रवाई
वन स्टाप सेंटर से एक बार फिर पीड़िता फरार होने का मामला सामने आया है। पहले भी पीड़िता फरार होने का मामला था उसमें दस लोगों को बर्खास्त किया गया था लेकिन इस बार न तो कोई जांच शुरू की गई है नहीं कोई कार्रवाई की गई है। जिम्मेदार मामले में लीपापोती करने में लगे हैं।
क्या कहते हैं प्रोबेशन अधिकारी
जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार यादव का कहना है कि पीड़िता भागी नहीं थी उसकी तबीयत खराब हो गई थी इसलिए गेट से बाहर निकल आई थी। उसको उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है। बाकी ऐसा कुछ नहीं है एसपी सिटी ने भी मौके पर जाकर निरीक्षण कर लिया है।