बदायूं। लोकसभा बदायूं से भाजपा सांसद डा. संघमित्रा ने केंद्र सरकार के बजट पर प्रेसवार्ता की। जिसमें उनसे उनके पिता सपा नेता स्वमी प्रसाद मौर्य और बदायूं के पूर्व सपा सांसद को लेकर सवाल किए गए तो उन्होंने किनारा कर लिया। वह प्रेसवार्ता से उठकर चली गईं और कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 तक अब बयान देने के लिए काफी समय है और अब लगातार बयानबाजी की जाएगी। सांसद पत्रकारों के सवालों से बचने के लिए प्रेसवार्ता के दौरान कुर्सी से उठकर आवास पर अंदर चली गईं।
गुरुवार को केंद्र सरकार का पेश बजट को लेकर लोकसभा सांसद ने कार्यालय पर प्रेसवार्ता कर दोहराया है। जिसमें कहा कि अमृतकाल का पहला आम बजट 2023-24 का एक लोक कल्याणकारी बजट है। यह बजट गांव, गरीबों, किसानों, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों, शोषितों, दिवयांगजनों, आर्थिक रूप से पिछड़े तथा मध्यम वर्ग के लोगों को सशक्त और सक्षम बनाने वाला बजट है। कहा कि यह बजट ग्राम विकास, कृषि विकास, श्रमिक कल्याण, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, पूर्वोत्तर एवं पहाड़ी क्षेत्रों सहित पूरे देश के समग्र विकास को समर्पित बजट है। कहा कि कुल मिलाकर यह बजट आजादी के 100 साल बाद भारत की परिकल्पना का बजट है। इस बजट में किसान, मध्यम वर्ग, महिला से लेकर समाज के सभी वर्ग के विकास की रूपरेखा है। भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ रही है। इधर पत्रकारों ने सवाल किए तो उन्होंने मीडियाकर्मियों से सिर्फ केंद्रीय बजट से ही जुड़े सवाल करने को कहा। मीडियाकर्मियों द्वारा यह पूछे जाने पर कि जब बजट की उद्घोषणा सार्वजनिक रूप से होती है तो अलग से प्रेस कांफ्रेंस बुलाने की क्या आवश्यकता पड़ गई। इस सवाल पर भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व का निर्देश है कि बजट और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचे इसलिए प्रेस वार्ता बुलाई गई है।