बदायूं। महाशिवरात्रि के पर्व पर कछला गंगा घाट पर गंगा स्नान के लिए राजकीय मेडिकल कालेज बदायूं के छात्र गए थे। गंगा स्नान करते.करते गहराई में पहुंचे और एमबीबीएस के छात्र गंगा में डूब गए। गोताखोरों ने देखा और रेस्क्यू शुरू किया लेकिन तब तक तीन छात्र गंगा में लापता हो गए। घटना के बाद से मौके पर पुलिस प्रशासन तैनात है। डीएम व एसएसपी ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया है।
बदायूं राजकीय मेडिकल कालेज के पांच एमबीबीएस के छात्र गंगा स्नान के लिए कछलाग गंगा घाट पहुंचे। शनिवार की दोपहर स्नान करते वक्त गंगा में पांच छात्र एक साथ डूब गए। गंगा में डूबे छात्रों को गोताखोरों ने देख लिया और हड़कंप मच गया। आनन.फानन में गोताखोर एवं आसपसा के लोग गंगा में कूदे और अंकुश एवं प्रमोद दो छात्रो को बचा लिया। वहीं तीन छात्र नवीन व जय कुमार एवं पवन गंगा में डूबते हुए लापता हो गए। दोपहर दो बजे से ही गंगा में रेस्क्यू जारी है। घटने के बाद एसडीएम सदर सुखलाल प्रसाद वर्मा व सीओ सिटी पहुंच गए। शाम को चार बजे कछला गंगा घाट पर डीएम मनोज कुमार और एसएसपी डाक्टर ओपी सिंह ने भी जाकर निरीक्षण किया है और जानकारी ली है। डीएम ने बताया कि छात्रों की तलाश जारी है इसके लिए बरेली से एसडीआरफ की टीम को बुलाया गया है। फिलहाल मेडिकल कालेज के पांच छात्रों के डूबने की घटना से हड़कंप मचा हुआ है।
2019 बैच के हैं छात्र
मेडिकल कॉलेज के 5 छात्र जो गंगा में डूबे हैं वह वर्ष 2019 बैच के एमबीबीएस के छात्र हैं। बताया जा रहा है छात्र उत्तर प्रदेश के बलिया समेत अलग-अलग जनपदों से रहने वाले हैं। गंगा स्नान करने को गए थे और हादसे के शिकार हो गए।
गंगा में अभी तक नहीं मिले यह छात्र
गंगा में राजकीय मेडिकल कालेज के पांच छात्र डूबे थे। जिसमें तीन एमबीबीएस के छात्र नहीं मिले हैं। इसमें हाथरस की शिक्षक कालोनी निवासी नवीन सेंगर तथा दूसरा छात्र गांव डोगरा पोस्ट रेटसी गड़मलपुर जिला बलिया निवासी पवन प्रकाश एवं तीसरा छात्र जय मौर्य निवासी पोस्ट सिद्दीकपुर जिला जौनपुर के हैं।
यह छात्र सुरक्षित
गंगा स्नान के दौरान पांच एमबीबीएस के छात्र डूबे हैं जिसमें तीन छात्र अब तक नहीं मिले हैं तो छात्र मिले गए हैं जो पूरी तरह सुरक्षित हैं। जिसमें पहला अंकुश पुत्र भूपेंद्र गहलोत निवासी भरतपुर राजस्थानए दूसरा प्रमोद यादव पुत्र जयनारायण निवासी गोरखपुर गंगा से सुरक्षित निकल आए हैं।
मरघट के पास कर रहे थे स्नान
कछला गंगा घाट पर पांच छात्र स्नान करने गए थे। छात्र भीड़ को देखते हुए मुख्य स्नान घाट पर गंगा स्नान नहीं किया। इसके बाद उन्होंने मरघट की ओर जाकर स्नान किया और पांचों छात्र डूब गए। मरघट वाले स्थान पर छात्र डूबे हैं इसको लेकर मौके पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
चाय का बहाना करके गए छात्र
गंगा स्नान करने के लिए छात्र मेडिकल कालेज के प्राचार्य डाक्टर धर्मेंद्र गुप्ता और वार्डन से अनुमति लेकर नहीं गए थे। प्राचार्य ने साफ कहा कि बिना अनुमति के गए थे छात्रों से पता चला कि पांचों चाय पीने की बात कहकर गए थे और कछला गंगा स्नान करने पहुंच गए जहां गंगा में डूब गए।
बचाने के प्रयास में डूबे छात्र
कछला गंगा घाट पर घटना के बाद सुरक्षित बचे छात्र अंकुश और प्रमोद ने बताया कि यह लोग तो गंगा किनारे थे लेकिन उन दोनों को डूबता देख बचाने को गंगा में अंदर घुस गए और बचाते.बचाते हम पांचों डूब गए। जब तक गोताखोरों ने उन दो को बचाया तब तक तीन पता ही नहीं चला कहां डूब गए।
प्राचार्य की सुनिए
राजकीय मेडिकल कालेज प्राचार्य धर्मेंद्र गुप्ता का कहना है कि बिना अनुमति के पांच छात्र गंगा स्नान करने गए थे और गंगा स्नान करते समय पांचों डूब गए। जिसमें दो को बाहर निकाल लिया गया है तीन की तलाश जारी है।
डीएम की सुनिए
डीएम मनोज कुमार का कहना है कि गंगा स्नान को कछला एमबीबीएस के पांच छात्र गए थे। गंगा स्नान करते समय डूब गए छात्र मुख्य घाट से हटकर आगे जाकर स्नान कर रहे थे। दो छात्र बाहर सुरक्षित निकाल लिया है तीन की तलाश जारी है। गोताखोर व पुलिस लगी है। बरेसी से एसडीआरएफ को बुलाया गया है।
एसएससपी की सुनिए
एसएसपी डा. ओपी सिंह ने कहा कि घटना की जैसे ही जानकारी मिली हम खुद पहुंच गए हैं पुलिस और प्रशासन बचाव कार्य में लगा है दो छात्र सुरक्षित हैं तीन की तलाश जारी है।
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