लखनऊ, संवाददाता। उत्तर प्रदेश में भाजपा की राजनीति में सपा नेता एंट्री ने योगी सरकार के डिप्टी सीएम और केबिनेट मंत्री आमने-सामने कर दिये हैं। सपा नेता रहे रईस शुक्ला को भाजपा में शामिल करने पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से खफा नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ के दिलो की दूरियां सीएम योगी की मौजूदगी में भी कम होती नहीं दिखीं। नंदी ने मंच से एक बार भी केशव प्रसाद मौर्य का नाम नहीं लिया। योगी के सामने दोनों के बीच बातचीत तक नहीं हुई। सीएम योगी के प्रयागराज दौरे पर नंद गोपाल नंदी पुलिस लाइन मौजूद रहे। योगी के साथ ही लूकरगंज की जनसभा में पहुंचे। केशव प्रसाद मौर्य के साथ उनका खिंचाव उस वक्त साफ दिखा। जब मौर्य, सीएम के दाहिनी तरफ बैठे और नंदी बाई तरफ। जब नंदी को संबोधन के लिए बुलाया गया। तो उन्होंने मंचासीन सभी नेताओं के नाम लिए। कैंडिडेट को जिताने की अपील की, मगर केशव प्रसाद मौर्य का नाम नहीं लिया।
केशव गदा दे रहे थे, नंदी दूर खड़े थे
एक और घटनाक्रम तब हुआ, जब केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी को गदा भेंट की। इस दौरान नंदी और उनकी पत्नी अभिलाषा दूर खड़े रहे। योगी भी ये खिंचाव महसूस कर रहे थे। इसलिए अपने संबोधन में उन्होंने प्रयागराज को स्मार्ट सिटी बनाने और बतौर मेयर अभिलाषा के कार्यकाल की तारीफ की। भाषण में 5 बार अभिलाषा का नाम लिया। ऐसा ही एक और दृश्य तब दिखा, जब योगी को भारी-भरकम माला पहनाई गई, इस दौरान भी नंदी पीछे खड़े रहे। हालांकि जिले के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह उन्हें मनाते हुए दिखे। अब अगर अभिलाषा के संबोधन की बात करें, तो उन्होंने ने भी प्रत्याशी जिताने की अपील, बिना गणेश केसरवानी का नाम लिए की।
पहली वजह : अभिलाषा का टिकट कटना
माना जा रहा है कि अभिलाषा गुप्ता का टिकट केशव प्रसाद मौर्य ने कटवा दिया। उन्होंने अपने करीबी गणेश केसरवानी को टिकट दिलवा दिया।
दूसरी वजह : रईस की बीजेपी ज्वाइनिंग
रईस चंद्र शुक्ला 2022 के विधानसभा चुनाव में शहर दक्षिणी से नंदी के सामने सपा के टिकट से चुनाव लड़े थे। नंदी चुनाव जीत गए थे। नंदी से सलाह लिए गए बगैर रईस को बीजेपी ज्वाइन कराई गई। उन्होंने रईस को बीजेपी में शामिल कराने पर नाराजगी जताई।
पार्टी संगठन में नाराजगी, केशव खुद कर रहे कैंप
प्रयागराज और उसके आस-पास के इलाके में नंद गोपाल नंदी का सियासी प्रभाव है। अचानक मेयर पद के लिए गणेश केसरवानी नाम आने से प्रयागराज की जिला और महानगर इकाई के पदाधिकारियों में भी नाराजगी है। इसका असर चुनाव में भी पड़ सकता है। अभिलाषा को संभावित प्रत्याशी मानते हुए मेयर पद के लिए जो चुनाव एक तरफा माना जा रहा था। अब गणेश केसरवानी के नाम की घोषणा के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य प्रयागराज में लगातार कैंप कर रहे हैं। ताकि नतीजे बीजेपी के पक्ष में ही रहे।
भाजपा में मेरे खिलाफ साजिश हो रही
कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने शनिवार को पूर्व सपा नेता रईस चंद्र शुक्ला के भाजपा ज्वाइन करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, जो मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा। उसे बिना हमसे कोई चर्चा किए पार्टी में शामिल कराया गया। ये बहुत ही गलत है। पार्टी में मेरे खिलाफ गहरी साजिश की जा रही है।
रईस चंद्र शुक्ला भाजपा में लाना ठीक नहीं
नंद गोपाल नंदी ने कहा, “सपा के प्रत्याशी के रूप में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़कर बुरी तरह से हारे रईस चंद्र शुक्ला को भाजपा ज्वाइन कराना घोर अपमाजनक एवं आपत्तिजनक है। यह भाजपा की रीति-नीति एवं पार्टी की लोकतान्त्रिक मूल्यों में गहरी आस्था के सिद्धान्त के सर्वथा प्रतिकूल है। ये बेहद गंभीर प्रकरण है।