बदायूं। कलयुगी मां की कोख में पल रहे प्रेमी के प्यार को कलयुगी मां ने रात के अंधेरे में कुंआ में फेंक दिया। नवजात भी किस्मत वाला है निकलाए कुंआ में गिरने के बाद भी स्वस्थ्य रहा। जानकारी तो यह भी है कि जिस कुंआ में नवजात पड़ा मिला उसी कुंआ में नवजात के पास सांप भी बैठा था। ग्रामीणों ने पहले सपेरा से सांप को पकड़वाया इसके बाद नवजात को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया है।
मामला बदायूं जिले के थाना फैजगंज बेहटा के ग्राम बसौमी का है। यहां के रहने वाले प्रेमराज के खेत मे एक कुआं बना हुआ है। बीती रात एक कलयुगी मां सामाजिक लोकलाज से बचने के लिए कोख में पल रहे प्रेमी के प्यार को डिलीवरी कराकर कुंआ में फेंक दिया। कुएं की गहराई तकरीबन 16 फिट बताई जाती है। नवजात सारी रात उसी कुएं में पड़ा रहा। सुबह जब खेत स्वामी की पत्नी ने कुएं से बच्चे के रोने की आवाज़ सुनी तो उसने ग्रामीणों को इस बारे में सूचना दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने जब कुएं में झांक कर देखा तो सन्न रह गए। कुएं में एक नवजात शिशु पड़ा था जिसके पास एक सांप कुंडली मारे बैठा थाए जो बच्चे की गर्भनाल को मुंह से पकड़े हुए था। आनन फानन ग्रामीणों ने सीढ़ी लगाकर बच्चे को कुएं से बाहर निकाला। सीएचसी आसफपुर को सूचना दी गई तो 102 नंबर एम्बुलेंस टीम को लेकर मौके पर पहुंची और नवजात को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आयी। देररात बच्चे फिर गंभीर हुआ तो चंदौसी के निजी अस्पताल में भर्ती है। फिलहाल नवजात जीवित है उसका इलाज चल रहा है।
आधे कुंआ से वापस लौटे बुजुर्ग
बच्चा कुंआ में देखा तो गांव के एक बुजुर्ग रस्सी डालकर बच्चे को कुंआ में ग्रामीणों की मदद से उतरने लगे। जैसे ही कुंआ की आधी रास्ता तक वह पहुंचे तो उन्होंने देखा बच्चे का गर्भनाल सांप अपने मुंह में लिए है तो उन्हें पसीना आ गया और आनन फानन में ऊपर खींचा गया। इसके बाद पहले सपेरा बुलाया फिर सांप को निकाला गया इसके बाद बच्चे को निकाला गया।
चौकी प्रभारी की सुनिए
फैजगंज बेहटा थाना की चौकी आसफपुर धर्मपाल सिंह ने बताया कि बच्चा कुंआ में मिला था सीएचसी पर इलाज के लिए भर्ती कराया है। बच्चा एक सुपुर्द में हैं चाइल्ड लाइन टीम को भी जानकारी दे दी है। शाम को हालत बिगड़ने पर चंदौसी निजी अस्पताल में भेजा है।
क्या कहते हैं चाइल्डलाइन कर्मी
चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक कमल शर्मा ने बताया कि बच्चा मिलने की जानकारी हमको नहीं दी गई। थाना प्रभारी से बात करते हैं अगर बच्चा मिला है तो जानकारी हमें देना चाहिए। बच्चे को ऐसे किसी को सुपुर्द नहीं किया जाएगा। बच्चे का पहले इलाज होगा। स्वस्थ्य होने के बाद बोर्ड समिति की प्रक्रिया के तहत दिया जाता है।