बदायूं। युवक को किन्नर बनाने का मामला सामने आया है जिसने हलचल मचा दी है। एक युवक का प्राइवेट पार्ट काटकर किन्नरों ने उसे कब्रिस्तान में फेंक दिया। परिजनों को शनिवार देर रात युवक बेहोशी की हालत में मिला तो उसे रविवार सुबह जिला अस्पताल लेकर आए। यहां डाक्टरों ने युवक का प्राइवेट पार्ट कटा होने की जानकारी दी तो परिवार के सदस्य हैरान रह गए। युवक को लेकर परिजन थाने गए हैं। वहीं इधर पुलिस मामले की जानकारी से इंकार कर रही है।
ककराला में मिले किन्नरों ने कटवा दिया प्राइवेट पार्ट
कस्बा उसहैत में रहने वाला एक युवक पिछले कुछ साल से थाना सिविल लाइन क्षेत्र के गांव मीरा सराय में अपनी नानी के घर रहता है। वह जागरण पार्टी में झांकी बनाने का काम करता है। युवक ने बताया चार जनवरी की रात वह टेंपो से अपने घर जा रहा था रास्ते में ककराला के पास टेंपो खराब हो गया था। उसी वक्त वहां दो किन्नर आ गए। दोनों अलापुर थाना क्षेत्र के ककराला कस्बा के रहने वाले हैं। किन्नरों से युवक की पहले की पहचान थी। आरोप है कि किन्नरों ने उसका प्राइवेट पार्ट कटवा दिया और किन्नर बना दिया। युवक को जब होश आया तो वह शनिवार देररात कब्रिस्तान में पड़ा था। उसने देखा की उसका प्राइवेट पार्ट भी कटा था और टांके लगे हुए थे। जिला अस्पताल में डाक्टरों ने देखा और उसका प्राइवेट पार्ट कटा बताया। इसके बाद परिवार के सदस्य युवक को थाने ले गए।
बिस्कुट खिलाकर किया गया बेहोश
युवक का आरोप है कि उसे जो दो किन्नर मिले थे उन किन्नरों ने उसको बिस्किट खिलाया। इसके बाद युवक बेहोश हो गया। जबकि उसे होश आया तो वह शनिवार रात कब्रिस्तान में पड़ा था। उसका प्राइवेट पार्ट कटा था और टांके लगे थे तो इससे लग रहा है किन्नरों ने बिस्कुट में नशा देकर उसका आपरेशन कहीं कराकर फेंक दिया।
लूटपाट का भी लगाया आरोप
जिला अस्पताल आए युवक ने बताया कि किन्नरों ने उसका प्राइवेट पार्ट ही नहीं कटवाया बल्कि उसका मोबाइल भी ले गए। इसके अलावा उसकी जेब में रखे रुपये भी ले गए। बताया जेब में दो हजार रुपये थे।
पुलिस ने किया इंकार
मामले को लेकर इंस्पेक्टर अलापुर हरपाल सिंह बालियान ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। अभी कोई थाने शिकायत लेकर भी नहीं आया है। तहरीर मिलने पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहते हैं डाक्टर
जिला अस्पताल की इमरजेंसी में ड्यूटी पर सुबह डाण् पीके अग्रवाल तैनात थे। डा. पीके अग्रवाल का कहना है कि युवक आया था लेकिन भर्ती नहीं हुआ हमने उसे देखा तो उसके प्राइवेट पार्ट नहीं था। इसकी जानकारी परिवार को दी तो परिवार के सदस्य इलाज न कराकर थाने की बात कहकर ले गए।