बदायूं। जिले में एक बार फिर से पुलिस कर्मियों व चोरों के बीच गठजोड़ व रुपयों का लेनदेन का मामला सामने आया है। जिसमें थाने के भीतर हेडकांस्टेबिल के सरकारी आवास पर भैंस चोर व पीड़ित के बीच फैसला कर 50 हजार रुपये का लेनदेन हुआ। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो मामला खुलकर सामने आ गया। जिसमें साफ हो गया कि पुलिस और चोरों के बीच कैसे गठजोड़ चल रहा है और कैसे चोरी जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है।
मामला कादरचौक थाने का है। थाना क्षेत्र के गांव ततारपुर के रहने वाले सत्यभान की दो भैंस 23 फरवरी की रात भैंस चोर गैंग ले गया था। उनकी पत्नी आहट पाकर जागी और शोर मचाया तो इस गैंग के सदस्यों ने मौके पर जुटे गांव वालों को असलहे दिखाकर धमकाया और वहां से निकल भागे। इस बीच पीड़ित ने एक आरोपी को पहचान लिया, जो उझानी के कसाई मोहल्ले का रहने वाला है। पीड़ित ने पुलिस को एक को नामजद करते भैंस चोरी की तहरीर दी थी।
थाने में तैनात एक दारोगा व एक दीवान ने मामले को थानाध्यक्ष तक को नहीं बताया और चुपचाप भैंस चोरों से सांठगांठ कर ली। इसके बाद हेडकांस्टबिल ने चोर व पीड़ित पक्ष को अपने सरकारी आवास पर बुला लिया। बुधवार को हेडकांस्टबिल ने फोन कर पीड़ित सत्यभान व उसकी पत्नी को आवास पर बुला लिया। पुलिस कर्मी ने सत्यभान से कहा कि अब भैंस तो नहीं मिल सकेगी, वो कटी जा चुकी है। दोनो भैंसो की जो कीमत हो वह बता दो तो उतना रुपया दिला सकते हैं। भैंस चोर सामने आये तो महिला ने उनको पहचान लिया। थाने के दीवान ने पीड़ित का चोरों से 50 हजार रुपये में फैसला कराया। आवास पर ही 50 हजार रुपये गिनने के बाद पीड़ित को दिये गये। बाद में फैसलानामा लिखाया गया। उसी समय किसी ने रुपयों के लेन देन का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
खरीदने के बहाने करते चोरी की रेकी :-
पीड़ित ने बताया कि उझानी का एक कसाई दिन में भैंस खरीदार बनकर आया था। रुपयों की बात न बनी तो भैंस नहीं बेंची। रात को पिकअप लगाकर भैंस चोरी कर ली गयी। इससे साफ है कि दिन में खरीदने के बहाने ऋषि करने आते थे रात को चोरी कर लेते।
आरोपी को बचाने को रचा षड्यंत्र :-
पीड़ित पक्ष के मुताबिक कादरचौक थाने में तैनात एक दीवान ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। जबकि पीड़ित को बुलाकर कहा कि इसे जेल भेज देंगे तो 10 दिन में छूट आएगा, इसलिए फैसला कर लो कुछ रुपए भी दिलवा देंगे। पुलिस के पचड़े में फंसे पीड़ित ने 50 हजार रुपये लेकर फैसला कर लिया।
कादरचौक थाना प्रभारी की सुनिए :-
कादरचौक थाना प्रभारी वेदपाल सिंह का कहना है कि भैंस चोरी की तहरीर मिलने पर हेडकास्टेबिल को जांच के लिए दी गयी थी। कब फैसला कराया और आरोपी को पकड़ा, इसकी जानकारी नहीं है। अभी वीडियो हमारे पास नहीं आयी है। वीडियो तलाशा जा रहा है। वीडियो देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता। मामले में दोषी पाये जाने पर विभागीय कार्रवाई करायी जायेगी।
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