बदायूं। रविवार को माघ मेले की भीड़ में चाय की दुकान की झोपड़ी से सो रही डेढ़ साल की बच्ची गायब हो गई। जिसकी दादी ने बच्ची के कहीं नहीं मिलने पर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। बच्ची की मां रूबी ने तीन माह पूर्व फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जिसका मायके वालों ने पिता के योगेंद्र कुमार के खिलाफ दहेज हत्या का मुकद्दमा दर्ज कराया था। पिता के जेल जाने पर योगेंद्र के तीनों बच्चों का दादी चाय की दुकान चलाकर पालन पोषण कर रहीं थीं। अब दादी के सामने दिक्कतें खड़ी हो गई हैं।
मामला उझानी कोतवाली की नगर पंचायत कछला का है। कछला के वार्ड सात निवासी राम मुखी पत्नी राजेंद्र ने बताया कि रविवार की दोपहर वह अपनी डेढ़ साल की पोती प्रियांशी को कछला घाट मोड़ पर चाय की दुकान की झोपड़ी में सुलाकर मिठाई लेने चली गई। लौटकर आई तो झोपड़ी में सो रही प्रियांशी गायब थी। जिसकी उसी समय कछला चौकी पर मौखिक सूचना देकर आसपास तलाश शुरू कर दी। माघ मेले की भीड़ में भी बच्ची को दुकान बंद कर पूरे दिन तलाशी रही। कहीं न मिलने पर सोमवार की सुबह पुलिस को बच्ची के गुम हो जाने की तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। जांच कराई जा रही है। बच्ची को शीघ्र ही तलाश कर लिया जाएगा।
दादी कर रह थी बच्चों की पारिवरिश
पुत्र वधु रूबी की मौत व पिता योगेंद्र के जेल चले जाने के बाद दादी राममुखी पुत्र योगेंद्र की छह वर्षीय पुत्री अन्नयाए चार वर्षीय पुत्र यश व डेढ़ वर्षीय पुत्री प्रियांशी का पालन पोषण कर रहीं हैं। पिछले दिनों कुछ रिश्तेदारों ने बच्चों को पालन पोषण करने की कहकर मांगा भी था लेकिन दादी राममुखी ने देने से मना कर दिया था।