बदायूं। जिले भर में चल रही विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल ऊर्जा मंत्री के द्वारा मांग पूरी करने के आश्वासन के बाद खत्म कर दी गई। विद्युत कर्मचारियों ने दोपहर तक धरना स्थल पर अपनी आवाज को बुलंद किया। इसके बाद धरना समाप्त कर अपने-अपने कार्य पर वापस लौट गए हैं। जिले को 65 घंटे बाद कहीं विद्युत सप्लाई सहित सेवाएं वापस मिली हैं।
रविवार को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में विभागीय और संविदा कर्मचारियों ने शांतिपूर्वक कार्य बहिष्कार कर अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन जारी रखा। पांचवें दिन भी 72 घंटे की हड़ताल कर धरना प्रदर्शन किया। जिसमें संयुक्त संघर्ष समिति के घटक दल के रूप में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने पूर्ण रूप से सहयोग करते हुए भाग लिया। जिसमें संविदा कर्मचारियों का नेतृत्व संघ के जिलाध्यक्ष ठाकुर धीरेंद्र कुमार सिंह ने किया। संयोजक अतुल कुमार अभियंता संघ ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व के आदेशानुसार समस्याओं का समाधान न होने तक आंदोलन जा रहा है। वहीं विद्युत कर्मियों को संबोधित करते हुए संयुक्त संघर्ष समिति के घटक दल उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश संगठन मंत्री हरीश चंद्र यादव ने कहा कि संगठन पदाधिकारियों ने लोकतांत्रिक तरीके से विद्युत कर्मियों की मांगों को सरकार के सामने रखा है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और पावर कारपोरेशन चैयरमेन एम देवराज के बीच चली वार्ता में संयुक्त संघर्ष समिति के सभी घटक दलों को आश्वस्त किया। कि तीन दिसंबर 2022 को हुए समझौते का अतिशीघ्र क्रियान्वयन किया जाएगा और हड़ताल समाप्त करने का निवेदन किया। साथ ही उत्तर प्रदेश में जगह-जगह पर संविदा कर्मचारियों और सरकारी कर्मचारियों के साथ हुई कार्रवाई को वापस लिया जाएगा। कार्यक्रम को आंदोलन के संयोजक अतुल कुमार अभियंता संघ, सह संयोजक रामकिशोर श्रीवास्तव प्राविधिक संघ, हितेंद्र सिंह अध्यक्ष प्राविधिक संघ, उपखंड अधिकारी मोहम्मद साजिद, उपखंड अधिकारी यश भारद्वाज, डीके बाबू , जिला उपाध्यक्ष विपुल कुमार, हरीश चंद्र यादव प्रदेश संगठन मंत्री, राकेश कुमार मध्यांचल संगठन मंत्री ने संबोधित किया। आंदोलन में जापान सिंह जिला महामंत्री, मुसब्बर अली, सत्यपाल शर्मा, अनिल कुमार, हरीश चंद्र यादव, हर्षवर्धन आदि सहित सैकड़ों की संख्या में विभागीय और संविदा कर्मचारी मौजूद रहे। संचालन मध्यांचल संगठन मंत्री राकेश कुमार ने किया।