बदायूं। जिले के विद्युत वितरण खंड द्वितीय के विद्युत उपकेंद्र उसैहत, ककराला, उसावां, म्याऊं, अलापुर, सखानू, दातागंज ग्रामीण, दातागंज तहसील स्तर, समरेर, गुलड़िया, विनावर, कुंवरगांव, बजीरगंज, सैदपुर, नागरझूना, बिल्सी तहसील स्तर और बिल्सी ग्रामीण पर बिजली विभाग में कार्यरत आउटसोर्स संविदा कर्मचारियों का कार्यबहिष्कार व प्रदर्शन रहा है। दिसंबर 2022 का वेतन कार्यदाई संस्था मैसर्स ओरियन सिक्योरिटी सलूशन प्राइवेट लिमिटेड विनीत खंड गोमती नगर लखनऊ के द्वारा 29 जनवरी तक नहीं दिया है। जिसकी वजह से 253 संविदा कर्मचारी गणतंत्र दिवस 26 जनवरी से धरना प्रदर्शन व कार्य बहिष्कार कर रहे हैं रविवार को चौथे दिन भी कार्य बहिष्कार कर अपने.अपने विद्युत उपकेंद्रों पर धरना प्रदर्शन करते रहे। जिससे जनपद की दो तहसील के सैकड़ों गांव की विद्युत आपूर्ति बाधित है। वहीं जनपद की तहसील बिल्सी और दातागंज के साथ ही कस्बा भी अंधकार में डूबे हुए हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि अनुबंधित कार्यदाई संस्था के द्वारा बिजली के आउटसोर्स संविदा कर्मचारियों का करोड़ों रुपए का गबन किया गया है। जिसको लेकर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के तत्वावधान में समय.समय पर वर्ष 2019 से लगातार अधिक्षण अभियंता कार्यालय पर आंदोलन करते आ रहे हैं लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों की तरफ से कार्यदाई संस्था के विरुद्ध कोई कार्यवाही अभी तक नहीं की गई है। जिसमें अक्टूबर 2022 में तत्कालीन डीएम दीपा रंजन के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट बृजेश सिंह के द्वारा हस्तक्षेप कर संविदा कर्मचारियों की हड़ताल को समाप्त कराया गया था और अनुबंधित कार्यदाई संस्था मैसर्स ओरियन सिक्योरिटी सलूशन प्राइवेट लिमिटेड गोमती नगर लखनऊ को निर्देशित किया गया था माह की सात तारीख तक सभी संविदा कर्मचारियों वेतन और समय पर सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराना व दुर्घटना ग्रस्त कर्मचारीयों का दुर्घटना हितलाभ मुहैया कराया जाने को लेकर निर्देशित किया गया था। अन्यथा विधिक कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया था लेकिन फिर भी आज तक संविदा कर्मचारियों के वेतन एवं इपीएफ तथा सुरक्षा उपकरण एवं अन्य का जो घोटाला किया गया है उसमें बिजली विभाग के अधिकारियों के द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे संविदा कर्मचारी नाराज होकर हड़ताल पर चले गए हैं। जिसका खामियाजा जिले की जनता को भोगना पड़ रहा है।
जीएसटी का भी गबन
जिला महामंत्री जापान सिंह ने बताया कि कार्यदाई संस्था का अनुबंध मार्च 2023 तक का है। जिसमें विद्युत वितरण खंड द्वितीय के 17 विद्युत उपकेंद्र पर कार्यरत 253 संविदा कर्मचारियों के रुपए 99 लाख तथा रुपए 77 लाख जीएसटी का गबन किया गया है और इसके अलावा संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ व सुरक्षा उपकरणों दुर्घटना हितलाभ का भी कार्य संस्था के द्वारा लाखों रुपया गबन किया गया है।
हड़ताल पर गए तो लिखा एसएसपी को पत्र
जिला उपाध्यक्ष राजीव यादव ने बताया कि जब गणतंत्र दिवस 26 जनवरी से वेतन को लेकर संविदा कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन करने लगे तो 27 जनवरी 2023 को विद्युत वितरण खंड द्वितीय के अधिशासी अभियंता राम निहाल वर्मा के द्वारा एसएसपी को कार्यदाई संस्था के विरुद्ध विधिक कार्रवाई करने को पत्र लिखा गया है। जिसे संविदा कर्मचारी मानने को तैयार नहीं हैष
900 कर्मचारियों के साथ किया गया गबन
जनपद के लगभग 900 संविदा कर्मचारियों के साथ धोखा किया गया है और करोड़ों रुपए का गवन बिजली विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ है। खंडीय अध्यक्ष पवन पटेल ने बताया कि जब तक कार्यदाई संस्था के विरुद्ध ठोस कार्रवाई नहीं होगी तब तक हम लोग कार्य बहिष्कार पर ही रहेंगे।