बदायूं।जिले में चार दिवसीय दौरा पर आए उत्तर प्रदेश शासन में विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा/जिला नोडल अधिकारी अशोक कुमार का आगमन हो गया है। आते ही नोडल अधिकारी ने अवशेष निराश्रित गोवंश को शत प्रतिशत संरक्षित किए जाने तथा उनके भरण पोषण को भरपूर भूसा उपलब्ध रखने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि सड़कों पर छुट्टा गोवंश नजर नहीं आना चाहिए। छुट्टा गोवंश को पकड़कर संरक्षित करें, सड़कों पर दिखे तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बुधवार को बदायूं पहुंचे नोडल अधिकारी अशोक कुमार को गार्ड आफ आनर दिया गया। इसके बाद वह कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में पहुंचे। यहां नोडल अधिकारी ने डीएम मनोज कुमार, एसएसपी केशव कुमार, एडीएम प्रशासन विजय कुमार सिंह, पीडी डीआरडीए अनिल कुमार, डीसी मनरेगा राम सागर यादव, जिला विकास अधिकारी श्वेतांग पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. निरंकार सिंह एवं संबधित अधिकारियों के साथ गौवंश संरक्षण की समीक्षा बैठक। मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गौवंश सहभागिता योजना, बृहद गौ संरक्षण केंद्र क्रियाशील, केटल कैचर, गौवंश भरण पोषण की धनराशि के संबध में चर्चा की। विशेष सचिव ने निर्देश दिए कि गौशालाओं से संबंधित सभी अभिलेख गौशालाओं में ही रखे जाएं इधर-उधर न रखे जाए। रफियाबाद के अलावा अन्य गौशालाओं में पेंट बनाने का कार्य प्रारंभ कराया जाए। उन्होंने कड़े निर्देश दिए कि निराश्रित गोवंश खेत, सड़क आदि स्थानों पर आवारा घूमते नजर नहीं आने चाहिए। गौशालाओं के लिए पर्याप्त मात्रा में अभी से विशेष ध्यान देकर भूसा स्टोर किया जाए। चारागाह की जमीनों पर हरा चारा बुलाया जाए। इसके बाद नोडल अधिकारी ने खेडा बुजुर्ग, भगवतीपुर एवं नौशेरा की गौशालाओं का पहुंचकर निराश्रित गौवंशों का संरक्षण की स्थिति का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों की व्यवस्थाओं को परखा। उन्होंने इधर-उधर घूम रहे पशुओं को गौशाला में संरक्षित करने को निर्देशित किया है।