बदायूं। सैफई मेडिकल कालेज से लेकर बदायूं राजकीय मेडिकल कालेज तक अनाथ बच्चे की इलाज किया गया लेकिन डाक्टर इसके बाद भी बच्चे को जिंदगी नहीं दे पाए। इलाज के दौरान राजकीय मेडिकल कालेज में बच्चे की मौत हो गई। बच्चा एनीमिक बताया जा रहा है वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी बच्चे को एनीमिया ग्रस्त बताया गया है। फिलहाल बच्चे के शव को दफन कर दिया गया है।
बदायूं शहर के नेकपुर मुहल्ला स्थित संचालित बाल दत्तक गृह में के एक नवजात शिशु की मौत हो गई। बतादें कि उसहैत थाना क्षेत्र में पिछले दिनों एक नवजात शिशु डेढ़ माह का मिला था। चाइल्ड लाइन टीम ने बच्चे को यहां लेकर आई थी। बीते दिनों बाल गृह शिशु के कर्मचारियों ने जब देखा तो डेढ़ माह का नवजात शिशु की तबीयत खराब थी तो वहां के कर्मचारी नवजात शिशु को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसकी हालत को गंभीर देखते हुए। राजकीय मेडिकल कालेज सैफई भेज दिया जहां 26 जनवरी तक इलाज चला और उसकी सेहत में कुछ सुधार आया तो वापस बाल गृह आ गया। इसके बाद फिर से दो दिन पहले तबीयत खराब हुई तो 30 जनवरी को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तो फिर से राजकीय मेडिकल कालेज बदायूं में रेफर कर दिया गया। मंगलवार की देररात को नवजात शिशु की मौत हो गई तो बाल गृह शिशु के कार्यालय अधीक्षक आदित्य वर्मा ने थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने नवजात शिशु के शव को कब्जे में लेकर बुधवार को पोस्टमार्टम कराया है। जिसके बाद शव दफ्न कर दिया है।
क्या कहते हैं संचालक
शहर के मुहल्ला नेकपुर स्थित संचालित बाल दत्तक ग्रहण के संचालक अनूप सक्सेना ने बताया कि बच्चा डेढ़ महीने का है। बच्चा यहां आया था तभी काफी कमजोर था। स्वास्थ्य खराब हुआ तो सैफई मेडिकल कालेज में इलाज कराया था कुछ दिन ठीक रहा इसके बाद फिर तबीयत बिगड़ी तो जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां स्वास्थ्य ठीक नहीं हुआ तो बदायूं मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार का कहना है कि बच्चे की इलाज के दौरान मौत हुई है। बच्चे का इलाज कराया गया था लेकिन जब चाइल्ड लाइन टीम को मिला था तब ही कमजोर था बच्चे का पोस्टमार्टम कर दफन करा दिया है।