नया बदायूं

भाजपा के समरेर ब्लाक प्रमुख पति समेत पांच के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

बदायूं। शहर के आर्य समाज में प्रबंध कार्यकारिणी को लेकर चल रहे विवाद में कब्जे को लेकर साल 2016 में हुए विवाद में सीजेएम कोर्ट में चल रहे मुकदमे में समरेर ब्लाक प्रमुख पति धीरज सक्सेना समेत 5 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुए हैं। हालांकि इन लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट काफी समय से चल रहे हैं लेकिन पुलिस वारंट की तामील नहीं करा पा रही है कोर्ट ने इस मामले में अब अगली सुनवाई को 6 मई की तारीख नियत की है।

शहर स्थित आर्य समाज की प्रबंध समिति व आर्य समाज पर काबिज होने को लेकर साल 2014 से सिविल न्यायालय में मुकदमा लंबित है। साल 2016 में एक पक्ष को मिला स्टे आदेश खारिज हो गया था लेकिन मुकदमा विचाराधीन था मुकदमे के मुताबिक जिसके बाद साल 2016 में दूसरे पक्ष के धीरज सक्सेना, शस्त्र कार्यालय से रिटायर्ड लिपिक हरिओम वर्मा, एसके कॉलेज प्रवक्ता विवेक जौहरी, सुधीर सिंह, राम प्रकाश सिंह ने अपने अन्य साथियों की मदद से असलहो के बल पर आर्य समाज में बने कार्यालय पर कब्जा करने का प्रयास किया। दोनों पक्षों के बीच जमकर फायरिंग ब मारपीट हुई। धीरज सक्सेना के भाजपा में प्रभाव होने के नाते पुलिस ने उस समय कोई सक्षम कार्रवाई नहीं की, तब वादी ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने इस मामले में 18 अप्रेल 2018 को धीरज सक्सेना, हरिओम वर्मा, राम प्रकाश सिंह, विवेक जौहरी, सुधीर सिंह को तलब किया था। जिसके बाद धीरज सक्सेना पक्ष हाईकोर्ट से स्टे ले आया था जिसके बाद से लगातार कोर्ट से अद्यतन आदेश दाखिल करने का आदेश होता रहा, लेकिन आरोपियों द्वारा कोई भी अद्यतन आदेश दाखिल नहीं किया गया। आरोपियों के खिलाफ फरवरी माह से गैर जमानती वारंट आदेश पारित होते रहे हैं।

वादी की सुनिये

वादी पुनीत कश्यप का कहना है कि मेरे द्वारा इस संबंध मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी गई है ब्लाक प्रमुख पति धीरज सक्सेना भाजपा नेता बता कर वारंट वापस करा देते हैं सिविल लाइन व कोतवाली पुलिस लगातार वारंट आदेशों की अनदेखी कर रही है। शेष आरोपियों पर इसी प्रभाव के चलते कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। पुलिस के उच्चाधिकारियों को भी शिकायत भेजी है।

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