नया बदायूं

देश में आपातकालीन दौर काला धब्बा : राजीव गुप्ता

बदायूं। भाजपा कार्यालय पर 25 जून आपातकाल दिवस पर विचार संगोष्ठी में लोकतंत्र सेनानियों एवं पार्टी पदाधिकारियों के साथ युवा पीढ़ी को आपातकाल में हुए अत्याचारों के बारे में बताया गया। लोकतंत्र सेनानियों को फूलमाला व शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया।
जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने कहा 25 जून 1975 को तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने देश भर में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया था। आपातकाल देश के लिए एक काला धब्बा है आपातकाल के दौरान लाखों राजनीति कार्यकर्ताओं को प्रताड़ना दी गई, और उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया, प्रेस की आजादी छीन ली गई अखबारों पर सेंसरशिप लगा दी गई। भारत के कई बड़े नेता सहित अखबारों के वरिष्ठ संपादक संघ के हजारों स्वयंसेवक सहित लाखों लोगों को जेल में डालकर 19 महीनों तक यातनाएं दी गई। संविधान में असवैधानिक संशोधन किया गया। जनसंख्या नियंत्रण के नाम पर जबरन नसबंदी लोगों का किया जाने लगा। सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों गरीबों के घर उजाड़ गए पूरे आपातकाल के दौरान देशवासियों पर तरह-तरह के अत्याचार किए गए मानवाधिकार का खुलकर हनन किया गया। सांसद डॉ. संघमित्रा मौर्य ने कहा आपातकाल लगने वाला आज का दिन काला दिन था। जिसे तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इतिहास के पन्नों को भी काला करने का काम किया है। सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने कहा स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादस्पद दौर माना जाता है। इस मौके पर पूर्व विधायक प्रेमस्वरूप पाठक, पूर्व जिलाध्यक्ष हरप्रसाद सिंह पटेल, जिला महामंत्री सुधीर श्रीवास्तव, जिला महामंत्री शारदाकान्त शर्मा, वरिष्ठ नेता राणा प्रताप सिंह शामिल थे।
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