बदायूं। एक पिता ने बेटी का जन्म प्रमाण पत्र बार-बार फर्जी बनवाते समय यह नहीं देखा कि यह फर्जीवाड़ा उन्हें फंसा देगा। स्कूल में दाखिला से लेकर लड़की प्रेमी संग फरार होने पर तथा शादी अनुदान को आवेदन करने तक एक व्यक्ति ने तीन बार अपनी बेटी का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिया। तीनों बार उसने लिखित में शपथ पत्र भी दिया कि उनकी बेटी की उम्र और स्थान ठीक है। अब पिता फंस गए हैं मुकदमा दर्ज हो रहा है और जेल भी जाना पड़ सकता है।
बेटी के लिए पिता को जाना पड़ सकता है जेल
ब्लाक आसफपुर की ग्राम पंचायत मुंसिया में जन्मप्रमाण पत्र का फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। बतादें कि गांव निवासी सारांश ने जनसुनवाई पोर्टल पर गांव के व्यक्ति के फर्जीवाड़ा की शिकायत की। जिस पर डीएम मनोज कुमार ने जांच के आदेश डीपीआरओ के दिए। डीपीआरओ श्रेया मिश्रा ने प्रकरण की जांच सहायक विकास अधिकारी पंचायत बिसौली से कराई। एडीओ पंचायत ने सोमवार को जांच कर रिपोर्ट डीपीआरओ को दी है, जिसमें गांव का आरोपित व्यक्ति दोषी पाया गया। कि व्यक्ति ने वर्ष 2002 के आधार पर पहली बार जन्म प्रमाण पत्र बनवाया। इसके बाद एक बार उसकी बेटी प्रेमी संग फरार हो गई तो उसने वर्ष 2007 की जन्मतिथि के आधार पर जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिया। तीसरी बार बीते दिनों मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आवेदन करने से पहले तीसरी बार अलग जन्मतिथि से जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिया। इसमें एक बार तो जन्म प्रमाण पत्र नगर निगम बदायूं के नाम से बनवा लिया। शादी अनुदान को किए गए आवेदन में शंका हुई तो अफसरों ने तभी आवेदन स्वीकृत नहीं किया। बताया जा रहा है कि तीनों बार बेटी के पिता ने शपथ पत्र में लिखकर दिया कि उसकी बेटी की स्थान व उम्र वही है। सरकारी सिस्टम के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में अब डीपीआरओ ने ग्राम पंचायत सचिव प्रमोद कुमार को धारा 420 में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। ऐसे में पिता को जेल जाना पड़ सकता है।
कमेटी बनाकर होगी जांच
आसफपुर की ग्राम पंचायत मुंसिया नगला में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र की जांच के लिए डीपीआरओ ने कमेटी गठित कर दी है। सालारपुर और अंबियापुर ब्लाक के एडीओ पंचायत को इसकी जांच सौंपी है।एडीओ पंचायत अपने ब्लाक के सचिव को लेकर मुंसिया नगला के सचिव व पंचायत सहायक की जांच करेंगे। जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने कहा कि व्यक्ति वर्षों से फर्जीवाड़ा करता आ रहा है शादी अनुदान के लिए आवेदन किया था उसके लिए फर्जी जन्मप्रमाण पत्र बनवाया। शिकायत के बाद जांच की गई तो हकीकत खुलकर सामने आई है। व्यक्ति पर प्राथमिकी दर्ज हो रही है बाकी पंचायत सहायक व सचिव की जांच दो-दो एडीओ पंचायत को कमेटी बनाकर सौंपी है। लापरवाहों पर भी कार्रवाई होगी।