बदायूं। बिसौली में बीते दिनों हुए हादसा के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। डीएम-एसएसपी के निर्देश पर सोमवार को तहसील बिसौली के विभिन्न स्थानों पर कृषि फर्मों पर बालश्रम को लेकर छापामारी अभियान चलाया गया। छापा मारकर खेतों में आलू की खुदाई व पैकिंग में कार्यरत 10 बालक/किशोर श्रमिकों को कार्य से मुक्त कराया गया। बाल श्रम सहित गठित टीम की छापामारी से तहसील क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा है।
सोमवार को ही बालश्रम विभाग की टीम बिसौली कस्बा में विभिन्न दुकानों पर कार्यरत 8 बालक/किशोर श्रमिकों को कार्य से मुक्त कराया गया। देहात और नगर सहित टीम ने कुल 18 बालश्रमिकों को चिन्हित कर उनसे कार्य कराने वाले सेवायोजकों/किसानों को नोटिस जारी किए गए। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय से दोषी पाए जाने पर सेवायोजकों के विरुद्ध बीस हजार से लेकर पचास हजार रुपये तक जुर्माना या दो वर्ष की सजा या दोनों से दंडित किया जाएगा। टीम ने सभी किसानों व सेवायोजकों को जागरूक किया गया कि बच्चों से काम न लिया जाए। विशेष बाल श्रम आभियान में टीम का नेतृत्व सतेंद्र मिश्र श्रम प्रवर्तन अधिकारी के साथ श्रम विभाग से विचित्र सक्सेना वरिष्ठ सहायक, रूबेश, नरेश राणा, आमिर, चाइल्ड लाइन प्रभारी कमल शर्मा, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से मनोज कुमार, रवि कुमार, बिसौली थाने से हेड कांस्टेबल विजय कुमार, एवं पुरषोत्तम शर्मा शामिल हुए। बतादें कि बीते शुक्रवार को ट्रैक्टर-ट्राली पलटने का हादसा हुआ था जिसमें बच्चे की मौत हुई थी कई बच्चे घायल हुए थे। इस हादसा पर संज्ञान लेकर प्रशासन ने यह कार्रवाई की है।
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