बदायूं। उसावां के गांव आनंदपुर में पशुआहार खाने के बाद पशुओं की हालत बिगड़ गई। पशुओं की हालत को देखते हुए ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। पशुपालन विभाग को जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया। आनन.फानन में अधिकारियों की टीम पहुंची और पशुओं का उपचार शुरू किया लेकिन तब तक दो दिन में छह से ज्यादा पशुओं की मौत हो चुकी है और दर्जनों पशुओं की हालत गंभीर है।
ब्लाक क्षेत्र म्यांऊ व थाना क्षेत्र उसावां के ग्राम आनंदपुर के पशु पालकों ने गांव में ही पशु आहार बेंचने आये व्यक्ति से छह फरवरी को पशु आहार खरीदा था। पशु आहार खाने से पशु बीमार होने लगे और मुंह से झाग व दस्त होने लगे। इसी दौरान 13 व 14 फरवरी को देवेंद्र सिंह की दो भैंस व दुर्विजय सिंह की एक भैंस व एक भैंसा एवं पहलवान की एक गाय की मौत हो गई। एक दर्जन से ज्यादा अभी भी बीमार हैं। ग्रामीणों ने उसावां पशु चिकित्सक डाक्टर वीरेश राठौर को जानकारी दी। इसके बाद पशु चिकित्सा कर्मियों की टीम गांव पहुंची और इलाज शुरू किया। पीड़ितों ने पशुआ हार विक्रेता के खिलाफ तहरीर दी है।
गांव पहुंचे सीवीओ जांच शुरू
सूचना मिलने पर सीवीओ डाण् निरंकार मल्कि भी गांव पहुंच गए। बीमार पशुओं को देखने के बाद पशु पालकों से जानकारी ली व पशु पालक देवेंद्र सिंह ने बताया कि अलापुर से एक व्यक्ति गांव में श्रीकमला पशु आहार बेंच गया। जब पशु आहार बेंचने वाले को पता चला कि पशु आहार खाने से पशु बीमार हो रहे हैं और मर भी रहे हैं तो वह अपना पशु आहार जिन जिन को बेंचा था उनसे वापस ले गया। सीवीओ ने म्याऊं पशु चिकित्सालय के डाक्टर ज्ञानवीर सिंह को निर्देश देते हुए कहा कि जब तक सारे बीमार पशु ठीक नहीं हो जाते हैं तब तक चिकित्सा कर्मियों की टीम गांव में ही रह कर बीमार पशुओं का इलाज करेगी।
फ्रूडप्वाइजनिंग के शिकार हुए पशु
सीवीओ डाक्टर निरंकार मल्कि का कहना है कि पशु आहार खाने से पशुओं को फ्रूडप्वाइजनिंग हुआ है। जिसे ठीक होने में समय लगेगा। पशुओं का नियमित इलाज चल रहा है।