बदायूं। शहर के चारों ओर भू-माफिया सक्रिय हो गए हैं और अवैध कालोनियां बनाकर मोटी कमाई कर रही हैं। अवैध कालोनियों पर प्रशासन लगातार अपना बुल्डोजर चला रहा है इसके बाद भी भू-माफिया कालोनियां बनाना और प्लाटिंग करना नहीं मान रहे हैं। भू-माफियाओं पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई इस बार की गई है। प्रशासन ने बसी कालोनियों को उजाड़ दिया है वहीं प्लाटों को गिरा दिया है। जिसके बाद माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
प्रशासनस ने 1200 प्लाटों को किया तहस-नहस
शनिवार को जिला प्रशासन और तहसील प्रशासन के साथ-साथ पुलिस टीम ने शहर के बाहरी इलाकों में अवैध कालोनियों और प्लाटों पर बुल्डोजर चलाकर निर्माण गिरवा दिया है। सिटी मजिस्ट्रेट ब्रजेश कुमार और सीओ सिटी आलोक मिश्रा ने पुलिस टीम और जेसीबी मशीन के साथ खेड़ा नवादा इलाका में पहुंचे। यहां खेड़ा नवादा, खेड़ा बुजुर्ग व सागर ताल के पास, बदायूं बाईपास, सिरसाठेर, विजय नगर कालोनी चुंगी बाहर इलाका, मीराजी चौकी, धोबी टोला इलाका, बदायूं बाईपास होते हुए मेडिकल कालेज तिराहा तक अभियान चलाया गया। इस बीच बुल्डोजर से प्रशासन ने दस कालोनियां एवं 1200 प्लाटों का निर्माण गिरवा दिया है। दिन भर चले प्रशासन के बुल्डोजर से भू-माफियाओं व प्लाटों वालों में हड़कंप मचा रहा। अधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंच रही भीड़ को खदेड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि अवैध रूप से कालोनियां बसा रखी हैं। जिनका विनयमित क्षेत्र से नक्सा पास नहीं है। बतादें कि जिला मुख्यालय से छह किलो मीटर दूर तक विनियमित क्षेत्र लगता है। अगर किसी को निर्माण कराना है तो पहले कृषि भूमि को तहसील से आवासीय में बदलें इसके बाद नक्सा पास कराएं तब निर्माण कर सकते हैं।
धोखाधड़ी का काम कर रहे माफिया
प्रशासन पिछले दो महीने में दो हजार से ज्यादा प्लाटों पर कार्रवाई कर गिरा चुका है। इसके बाद भी माफिया मानने को तैयार नहीं हैं। इसमें सैकड़ों लोग अपने आप को ठगी का शिकार जैसा महसूस कर रहे हैं। क्योंकि माफियाओं ने तो अपने प्लाट बेंच दिए और कालोनियां बसा दीं। मगर प्रशासन ने बुल्डोजर चलाकर गिरवा दिया है। अब प्रशासन प्लाट के खरीददारों से कह रहा है कि पहले जमीन का भूमि श्रेणी परिवर्तन कराएं इसके बाद विनियमित क्षेत्र से नक्सा पास कराएं इसके बाद भी निर्माण कराया जाएगा।
गैर जनपदों के बिल्डस भी शामिल
शहर में अवैध कालोनियां बसाने का काम केवल स्थानीय बिल्डर्स और माफिया शामिल नहीं हैं। यहां गैर जनपदों से आकर बिल्डर्स ने भी काफी समय पहले काम शुरू कर दिया था। अब प्रशासन ने कार्रवाई की तो पता चला कि गैर जनपदों के बिल्डर्स भी शामिल हैं। इसमें बरेली, रामपुर व गाजियाबाद के साथ ही कासगंज और मैनपुरी के बिल्डर्स भी शामिल हैं जो यह काम कर रहे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
सिटी मजिस्ट्रेट ब्रजेश कुमार का कहना है कि शहर के चारों ओर अवैध रूप से कालोनियां बसाई जा रही हैं प्लाटिंग भी हो रही है। स्थानीय के अलावा बाहर के बिल्डर्स हैं मगर नियमानुसार काम नहीं कर रहे हैं। बिना भूमि श्रेणी परिवर्तन तथा नक्सा पास कराए निर्माण किया था। प्रशासन का अभियान चल रहा है। अभियान के दौरान करीब दस कालोनियां और एक हजार से अधिक प्लाटों का निर्माण गिरवा दिया। प्रशासन का अभियान जारी रहेगा।